मुंबई। कोरोना वायरस 'कोविड-19' के बढ़ते संक्रमण की चिंता में गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई और बीएसई का सेंसेक्स 2900 अंक तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 850 अंक से अधिक की गिरावट में बंद हुआ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार रात 'कोविड-19' को महामारी घोषित कर दिया है। इससे दुनियाभर के पूंजी बाजार में निवेशकों की धारणा कमजोर हुई है। अमेरिकी सरकार के इस वायरस से निपटने के लिए पर्याप्त धनराशि मुहैया नहीं कराने से विदेशों में भी चौतरफा बिकवाली देखी गई।
घरेलू स्तर पर सेंसेक्स 2919.26 अंक यानी 8.18 प्रतिशत का गोता लगाकर 32778.14 अंक पर बंद हुआ जो 2 साल (23 मार्च 2018 के बाद) का इसका निचला स्तर है। निफ्टी भी 868.25 अंक यानी 8.30 प्रतिशत लुढ़ककर 9,590.15 अंक पर आ गया। यह इसका पौने 3 साल (30 जून 2017 के बाद) का निचला स्तर है।
मझौली और छोटी कंपनियों पर भी जबरदस्त दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 7.84 फीसदी टूटकर 12380.36 अंक पर और स्मॉलकैप 8.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11614.89 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में आज कुल 2573 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें मात्र 224 ही बढ़त में बंद हो सकीं।
अन्य 2243 कंपनियों के शेयर गिरावट में तथा 106 कंपनियों के शेयर दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद स्थिर बंद हुए। बिकवाली का जोर इस कदर रहा कि सेंसेक्स की सभी 30 और निफ्टी की सभी 50 कंपनियां लाल निशान में रहीं।
सेंसेक्स में भारतीय स्टेट बैंक के शेयर 13 प्रतिशत, ओएनजीसी तथा एक्सिस बैंक के 12 प्रतिशत और आईटीसी के 11 प्रतिशत से अधिक टूटे। बीएसई के समूहों में तेल एवं गैस, रियलिटी, धातु, बैंकिंग और बुनियादी वस्तुओं के सूचकांक 9.19 से 9.82 प्रतिशत तक लुढ़क गए। सबसे कम 5.25 प्रतिशत की गिरावट दूरसंचार समूह में रही।