मुंबई। वैश्विक बाजारों में बिकवाली का सिलसिला चलने से शुक्रवार को सेंसेक्स 441 अंक टूट गया और निफ्टी 15,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया। अमेरिकी बांड बाजार में प्राप्तियां बढ़ने से वैश्विक स्तर पर निवेशक प्रभावित हुए हैं।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 440.76 अंक या 0.87 प्रतिशत के नुकसान से 50,405.32 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 726 अंक ऊपर-नीचे हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 142.65 अंक या 0.95 प्रतिशत टूटकर 14,938.10 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, एसबीआई, डॉ. रेड्डीज, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक और बजाज फिनसर्व के शेयर नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर ओएनजीसी, मारुति, कोटक बैंक, नेस्ले और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 में नुकसान रहे।
अमेरिका में बांड पर प्राप्ति बढ़ने से मुद्रास्फीतिक दबाव का अंदेशा है। इससे वॉल स्ट्रीट में गिरावट आई। इसी के अनुरूप अन्य एशियाई बाजारों में भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, अमेरिका में 10 साल के बांड पर प्राप्ति बढ़ने और फेडरल रिजर्व के चेयरमैन की इस पर टिप्पणी से घरेलू बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। एफएससीजी को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों के शेयरों में नुकसान रहा।
शेयर बाजारों के अस्थाई आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने गुरुवार को भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 223.11 करोड़ रुपए की निकासी की। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 19 पैसे टूटकर 73.02 प्रति डॉलर पर आ गया। वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 1.26 प्रतिशत के लाभ से 68.11 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।(भाषा)