मुंबई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 722 अंक से अधिक की गिरावट से उबरते हुए बढ़त के साथ बंद हुआ। बाजार में मजबूत दखल रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी लि. तथा एचडीएफसी बैंक में बढ़त से मानक सूचकांक गिरावट से उबरा।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में 985 अंक से अधिक का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 21.12 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 52,344.45 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8.05 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 15,683.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 15,761.50 और नीचे में 15,450.90 अंक तक गया।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 18 शेयर लाभ में, जबकि 12 नुकसान में रहे। करीब 4 प्रतिशत गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में ओएनजीसी का शेयर रहा। इसके अलावा एनटीपीसी, पावरग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक और एचसीएल टेक में भी गिरावट रही।
दूसरी तरफ एचयूएल, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व और इंडसइंड बैंक समेत अन्य शेयर लाभ में रहे। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लि. में भी तेजी रही, जिससे सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हो पाया।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 130.30 अंक यानी 0.24 प्रतिशत नीचे आया, जबकि निफ्टी में 116 अंक यानी 0.73 प्रतिशत की गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बाजार लगातार अपने आप को दुरूस्त करने के चरण में है।
वैश्विक स्तर पर मिलेजुले रुख के बीच फेडरल रिजर्व के संकेत के साथ चौतरफा बिकवाली देखी गई। अमेरिकी बांड का प्रतिफल उच्च स्तर से नरम हुआ है। इससे ऐसा जान पड़ता है कि बाजार ने फेडरल रिजर्व की बातों को पूरी तरह से खपा लिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन में हाल में धातु के दाम में तेजी से निपटने के लिए धातु भंडार भेजने की योजना से क्षेत्र को लेकर धारणा कमजोर पड़ी है। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग और सोल में तेजी रही, जबकि शंघाई तथा टोक्यो नुकसान में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर 22 पैसे की बढ़त के साथ 73.86 पर बंद हुई।(भाषा)