मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में नुकसान तथा वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच सोमवार को सेंसेक्स 124 अंक फिसल गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 31.60 अंक या 0.20 प्रतिशत टूटकर 15,824.45 अंक पर बंद हुआ।
चीन ने प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ नियामकीय अंकुश बढ़ाए हैं जिससे वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। इसके अलावा बाजार भागीदारों को इस सप्ताह होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक का भी इंतजार है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 123.53 अंक या 0.23 प्रतिशत के नुकसान से 52,852.27 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में दो कारोबारी सत्रों के बाद गिरावट आई है।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 31.60 अंक या 0.20 प्रतिशत टूटकर 15,824.45 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स की कंपनियों में एसबीआई का शेयर सबसे अधिक 1.36 प्रतिशत नीचे आया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी तथा इंडसइंड बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे।
वहीं दूसरी ओर बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, टाइटन और टाटा स्टील के शेयर 2.46 प्रतिशत चढ़ गए। कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में एक प्रतिशत का लाभ रहा। बैंक का पहली तिमाही का शुद्ध लाभ करीब 32 प्रतिशत बढ़कर 1,641.92 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध (बुनियादी) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा, एशियाई बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच भारतीय बाजारों की शुरुआत नुकसान के साथ हुई। हालांकि दोपहर के कारोबार में बाजार सकारात्मक और नकारात्मक दायरे में घूमता रहा।
बाजार के निवेशक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के रुख को लेकर चिंतित हैं। एफपीआई ने जुलाई में अब तक भारतीय शेयरों से 5,689 करोड़ रुपए की निकासी की है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार लाभ-हानि के बीच झूलता रहा। वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी का रुख रहा।
नायर ने कहा कि सरकार द्वारा नियमनों को सख्त किए जाने के बाद चीन में शिक्षा, संपत्ति और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शेयरों में जबर्दस्त गिरावट आई। बीएसई स्मॉलकैप 0.34 प्रतिशत चढ़ गया। मिडकैप में 0.06 प्रतिशत का लाभ रहा।
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। जापान के निक्की में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.34 प्रतिशत के नुकसान से 73.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया दो पैसे टूटकर 74.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों के अस्थाई आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 163.31 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।(भाषा)