मुंबई। स्थानीय शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती लाभ को गंवाकर लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में नुकसान के साथ बंद हुए। तेल एवं गैस, बैंकिंग और आईटी शेयरों में बिकवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स 372 अंक और टूट गया।वहीं निफ्टी भी 91.65 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16000 अंक के नीचे आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 372.46 अंक यानी 0.69 प्रतिशत गिरकर 53,514.15 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.65 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 15,966.65 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में मजबूती पर खुला और दिन चढ़ने के साथ यह 54,211.22 अंक की ऊंचाई तक पहुंच गया। लेकिन यह अपनी बढ़त को कायम नहीं रख पाया और यूरोपीय बाजारों के नरम पड़ने से 750 अंक तक लुढ़क गया। अंत में यह 53,514.15 अंक पर बंद हुआ।
यह शेयर बाजारों की गिरावट का लगातार तीसरा दिन रहा। बीते तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 967 अंक यानी 1.7 प्रतिशत तक गिर चुका है जबकि निफ्टी में 254 अंक की गिरावट आई है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू अर्थव्यवस्था के मजबूत वृहद आंकड़ों और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भारतीय सूचकांक बढ़त के साथ खुले थे लेकिन यूरोपीय बाजारों के नकारात्मक रुख ने इनकी तेजी को रोक दिया।
अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े आने से पहले वैश्विक बाजारों में बिकवाली का जोर रहा। एक दिन पहले आए आर्थिक आंकड़ों के मुताबिक, मई में औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई और जून में खुदरा मुद्रास्फीति में भी हल्की गिरावट देखी गई है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, टाइटन और एचसीएल टेक्नोलॉजीज सर्वाधिक नुकसान में रहीं। इंडसइंड बैंक में सर्वाधिक 3.42 प्रतिशत की गिरावट रही।
वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी और नेस्ले लाभ के साथ बंद हुईं। हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर 1.97 प्रतिशत तक टूट गया। हालांकि व्यापक बाजार रुख के बीच बीएसई मिडकैप 0.32 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि स्मॉलकैप में 0.04 प्रतिशत की तेजी रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि बिकवाली का जोर रहने से बाजारों ने दबाव में कारोबार किया और उन्हें आधा प्रतिशत से अधिक नुकसान झेलना पड़ा। एशिया के बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुए जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में हल्की गिरावट दर्ज हुई। यूरोप के बाजारों में दोपहर के सत्र में गिरावट रही। अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को सुस्त रहे।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड एक प्रतिशत बढ़कर 100.5 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 1,565.68 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)