मुंबई। शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और बीएएसई सेंसेक्स करीब 2 प्रतिशत उछलकर 56000 अंक के पार निकल गया। निफ्टी भी 287.80 अंक यानी 1.73 प्रतिशत उछलकर 16929.60 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच वित्तीय, बैंक और आईटी शेयरों में मजबूत लिवाली से बाजार में तेजी आई।
कारोबारियों के अनुसार, हाल की गिरावट के बाद प्रमुख कंपनियों के साथ-साथ चुनिंदा मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली बनी हुई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में वृद्धि के बावजूद डॉलर के मुकाबले रुपए में तेजी से भी बाजार को समर्थन मिला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व (केंद्रीय बैंक) ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि की।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,041.47 अंक यानी 1.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ 56,857.79 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,097.9 अंक तक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 287.80 अंक यानी 1.73 प्रतिशत उछलकर 16,929.60 अंक पर बंद हुआ।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी टिप्पणी में आने वाले महीनों में धीमी दर से ब्याज दर बढ़ाने का संकेत दिया है। इससे शेयर बाजारों में अच्छी तेजी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस सबसे अधिक 10.68 प्रतिशत चढ़ा। बजाज फिनसर्व में भी 10.14 प्रतिशत की तेजी रही। जून तिमाही के वित्तीय परिणाम आने के बाद इन कंपनियों के शेयर चढ़े। लाभ में रहने वाले अन्य शेयरों में टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा और नेस्ले शामिल हैं।
दूसरी तरफ भारती एयरटेल, अल्ट्राटेक सीमेंट, डॉ. रेड्डीज, आईटीसी और सन फार्मा में गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (मझोली कंपनियां) और स्मॉलकैप (छोटी कंपनियां) क्रमश: 0.94 प्रतिशत और 0.65 प्रतिशत मजबूत हुए।
विभिन्न क्षेत्रों के सूचकांकों में आईटी सबसे अधिक 2.51 प्रतिशत चढ़ा। इसके अलावा वित्तीय (2.21 प्रतिशत), प्रौद्योगिकी (2.19 प्रतिशत), रियल्टी (2.03 प्रतिशत) और बैंक (1.72 प्रतिशत) में भी तेजी रही। केवल दूरसंचार में गिरावट रही।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, चालू महीने के वायदा एवं विकल्प कारोबार में सौदों के निपटान के अंतिम दिन एशिया के अन्य बाजारों की तुलना में घरेलू बाजार का प्रदर्शन अच्छा रहा। इसका कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व का कदम अपेक्षा के अनुरूप है। इससे अमेरिकी बाजार में तेजी आई। इसका सकारात्मक असर घरेलू बाजार पर पड़ा और बैंक, आईटी, धातु तथा रियल्टी के शेयरों में लिवाली की गई।
उन्होंने कहा, निवेशकों को लगता है कि रिजर्व बैंक भी मुद्रास्फीति में कमी को देखते हुए अगले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर के मामले में कोई अप्रत्याशित कदम नहीं उठाएगा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने के निर्णय के बाद वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख तथा घरेलू बाजार में बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम बेहतर रहने से बाजार को समर्थन मिला।
उन्होंने कहा, फेडरल रिजर्व का निर्णय अपेक्षा के अनुरूप है। साथ ही उसकी सकारात्मक टिप्पणी से मंदी की आशंका कम हुई है। उन्होंने आने वाले महीनों में धीमी गति से नीतिगत दर में वृद्धि का संकेत दिया है। इससे वैश्विक धारणा को बल मिला।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की बढ़त में रहे जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.36 प्रतिशत चढ़कर 108.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे चढ़कर 79.65 (अस्थाई) पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 436.81 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)