मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स करीब 630 अंक चढ़कर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 16500 अंक के ऊपर पहुंच गया।सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 22 लाभ में रहे।
वैश्विक बाजार में सकारात्मक रुख के बीच आईटी, तेल एवं गैस तथा धातु शेयरों में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 629.91 अंक यानी 1.15 प्रतिशत उछलकर 55,397.53 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 862.64 अंक तक चढ़ गया था।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 22 लाभ में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 180.30 अंक यानी 1.10 प्रतिशत मजबूत होकर 16,520.85 अंक पर बंद हुआ। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में खरीदारी तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पूंजी प्रवाह से भी धारणा मजबूत हुई।
सरकार के पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन पर अप्रत्याशित लाभ कर घटाए जाने से तेल खोज और उत्पादन तथा रिफाइनरियों से संबंधित शेयरों में अच्छी मांग रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2.47 प्रतिशत और ओएनजीसी का चार प्रतिशत चढ़ गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम में नरमी के मद्देनजर सरकार ने बुधवार को पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन तथा कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती की। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के सहायक उपाध्यक्ष (बुनियादी शोध) रोहित खत्री ने कहा, यह कदम निश्चित रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी कंपनियों के लिए सकारात्मक है। अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती का मतलब है कि इन कंपनियों का मार्जिन बढ़ेगा।
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा 3.84 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा एचसीएल टेक में 3.08 प्रतिशत, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज 2.89 प्रतिशत, इन्फोसिस में दो प्रतिशत की तेजी आई। भारतीय स्टेट बैंक 2.13 प्रतिशत, एचयूएल 1.55 प्रतिशत, विप्रो 1.63 प्रतिशत मजबूत हुए।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा सर्वाधिक 1.81 प्रतिशत नीचे आया। सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक और एशियन पेंट्स में भी गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उत्साहजनक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार में तेजी आई। निर्यात शुल्क और अप्रत्याशित लाभ कर में कमी से तेल उत्पादकों की धारणा मजबूत हुई।
अमेरिकी शेयर बाजार में कल की तेजी के बाद एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के ज्यादातर प्रमुख बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख था।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, जून के निचले स्तर 15,183 से निफ्टी में आठ प्रतिशत की तेजी अच्छी खबरों का नतीजा है। इन खबरों में अमेरिकी कंपनियों के वित्तीय परिणाम बेहतर रहने से वहां के बाजार में तेजी तथा एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) की बिकवाली के निचले स्तर तक पहुंचने की संभावना है। एफपीआई ने इस महीने पांच दिन लिवाली की।
उन्होंने कहा, इसके अलावा पेट्रोलियम क्षेत्र के लिए अप्रत्याशित लाभ कर तथा निर्यात शुल्क में कटौती की सरकार की घोषणा का भी सकारात्मक असर हुआ। इससे क्षेत्र को गति मिलेगी। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.1 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 976.40 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।(भाषा)