नई दिल्ली। शेयर बाजार विश्लेषकों का कहना है कि इस साल जनवरी में 50,000 का आंकड़ा पार करने से लेकर इस सप्ताह बुधवार को पहली बार 56,000 अंक से भी आगे निकलने वाला बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगातार चौंका रहा है, यहां तक कि अति आशावादी भी इसकी तेज रफ्तार से हैरान हैं।
शेयर बाजार की मौजूदा तेजी में नए खुदरा निवेशकों की सक्रियता को बड़ी वजह माना जा रहा है। विशेषज्ञों का ऐसा मानना है। यह इस वजह से भी चौंकाने वाला है कि मार्च 2020 में 30-शेयरों वाले बीएसई इंडेक्स 8,828.8 अंक या 23 प्रतिशत गिरा था, उसके बाद यह स्थिति बनी है। उस समय अर्थव्यवस्था पर महामारी के प्रभाव से जुड़ी चिंताओं ने निवेशकों की भावना पर गहरा असर डाला था।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, बाजार लगातार नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है जिससे अति आशावादी भी हैरान हैं। सेंसेक्स ने 56,000 का आंकड़ा पार किया है।
उन्होंने कहा, हालांकि बाजार की यात्रा तेज उतार-चढ़ाव के साथ अल्पकालिक निवेशकों और कारोबारियों को परेशान करती रही है। भविष्य अलग नहीं होगा। विजयकुमार ने कहा कि शेयर बाजार में मौजूदा तेजी मुख्य रूप से नए खुदरा निवेशकों द्वारा संचालित है।
बीएसई सेंसेक्स ने पहली बार 21 जनवरी, 2021 को 50,000 का आंकड़ा छुआ था और तीन फरवरी को 50,000 के ऊपर बंद हुआ। इसने पांच फरवरी को 51,000 का आंकड़ा छुआ, आठ फरवरी को 51,000 के ऊपर बंद हुआ और 15 फरवरी को 52,000 का आकंड़ा पार किया। इसने 22 जून को 53,000 का आंकड़ा छुआ, सात जुलाई को 53,000 के पार बंद हुआ।
सेंसेक्स ने चार अगस्त को 54,000 और 13 अगस्त को 55,000 का आंकड़ा पार किया। इसके बाद इसने बुधवार को 56,000 का आंकड़ा पार कर लिया। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, सेंसेक्स लार्ज-कैप शेयरों, विशेष रूप से आईटी कंपनियों में आमद के सहारे हर दिन नई ऊंचाई छूने की अपनी यात्रा जारी रखे हुए है। तीन महीने के कमतर प्रदर्शन के बाद अगस्त का महीना इन बड़ी पूंजीकरण वाले शेयरों के नाम रहा है।(भाषा)