मुंबई। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद जब सोमवार को पहली बार घरेलू शेयर बाजार खुले तो उन्होंने एक प्रतिशत की तेजी के साथ लंबी छलांग लगाते हुए इसका स्वागत किया। शेयर बाजार में निवेशकों का विश्वास इस कदर रहा कि बीएसई के सभी 20 समूहों का सूचकांक हरे निशान में रहा।
रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली एफएमसीजी कंपनियों के साथ अन्य के शेयरों में हुई जोरदार लिवाली से बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 300.01 अंक चढ़कर 31,221.62 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 94.10 अंक की तेजी के साथ 9615 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में निवेशकों का विश्वास इस कदर रहा कि बीएसई के सभी 20 समूहों का सूचकांक हरे निशान में रहा। सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियों के शेयर बढ़त में बंद हुए। बाजार की तेजी की अगुवाई सिगरेट तथा अन्य उपभोक्ता उत्पादों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी आईटीसी ने की। उसके शेयर 5.70 प्रतिशत चढ़े और सेंसेक्स के 300 अंकों की तेजी में आधे से ज्यादा योगदान उसी का रहा।
वैश्विक बाजारों में भी तेजी रही जिससे घरेलू शेयर बाजारों को और बल मिला। सेंसेक्स 234.43 अंक की तेजी के साथ 31,156.04 अंक पर खुला और कभी 31 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे नहीं उतरा। शुरुआती कारोबार में ही 31,017.11 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद दोपहर से पहले यह 336 अंक की बढ़त बनाता हुआ 31,258.33 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर भी पहुंचा। इसके बाद सेंसेक्स लगभग स्थिर बढ़त में रहा और कारोबार की समाप्ति पर 0.97 प्रतिशत यानी 300.01 अंक चढ़कर 31,221.62 अंक पर रहा। (वार्ता)