नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) की मंगलवार को शेयर बाजारों में कमजोर शुरुआत हुई। शेयर बाजारों में कंपनी का शेयर अपने निर्गम मूल्य पर 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सूचीबद्ध हुआ। कारोबार के अंत तक कंपनी का शेयर निर्गम मूय से नीचे रहा।
बीएसई पर कंपनी का शेयर 949 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले 872 रुपये प्रति शेयर के भाव पर सूचीबद्ध हुआ। वहीं एनएसई पर एलआईसी के शेयर 867.20 रुपये पर सूचीबद्ध हुए। यह निर्गम मूल्य से 77 रुपये कम है।
जिस कीमत पर एलआईसी के पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों को शेयर आवंटित किए गए थे, शेयर उससे भी कम कीमत पर सूचीबद्ध हुए।
एलआईसी के पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों को क्रमश: 889 रुपये और 904 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयर मिले थे।
शेयर पूरे दिन के कारोबार में निर्गम मूल्य से नीचे बना रहा और एनएसई पर 873 रुपये तथा बीएसई पर 875.45 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ।
दिन के कारोबार में शेयर ने 860 रुपये के निचले स्तर को छुआ। पहले दिन एनएसई पर 4.87 करोड़ और बीएसई पर 27.52 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।
शेयरों के सूचीबद्ध होने के साथ ही एलआईसी 5.54 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ पांचवीं सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है।
सरकार को 20,557 करोड़ रुपये के इस आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए घरेलू निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी।
एलआईसी का आईपीओ नौ मई को बंद हुआ था और 12 मई को बोली लगाने वालों को इसके शेयर आवंटित किए गए।
सरकार ने आईपीओ के जरिये एलआईसी के 22.13 करोड़ से अधिक शेयर यानी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की है। इसके लिए कीमत का दायरा 902-949 रुपये प्रति शेयर रखा गया था।
एलआईसी के आईपीओ को करीब तीन गुना अभिदान मिला था। इसमें घरेलू निवेशकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जबकि विदेशी निवेशकों की प्रतिक्रिया ठंडी रही। यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ है।