Share Market Update : नीतिगत ब्याज दर को स्थिर रखने के रिजर्व बैंक के फैसले से घरेलू शेयर बाजार का सूचकांक सेंसेक्स नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बावजूद शुक्रवार को 20.59 अंक यानी 0.03 प्रतिशत बढ़कर 74,248.22 अंक के साथ नए शिखर पर पहुंचने में सफल रहा, जबकि निफ्टी में 0.95 अंक की मामूली गिरावट रही।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 20.59 अंक यानी 0.03 प्रतिशत बढ़कर 74,248.22 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 74,361.11 का नया उच्च स्तर भी छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 0.95 अंक की मामूली गिरावट के साथ 22,513.70 अंक पर बंद हुआ। बिकवाली के असर में निफ्टी के 50 में से 28 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
दरअसल भारतीय बाजार नीतिगत रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखने के रिजर्व बैंक के फैसले से एक सीमित दायरे में रहे। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने लगातार सातवीं बार रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा, लेकिन अप्रैल-जून के दौरान सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने के अनुमान को देखते हुए खाद्य मुद्रास्फीति चिंता का विषय बनी हुई है।
खाद्य मुद्रास्फीति पर चिंता और लू की चेतावनी ने कारोबारी धारणा को प्रभावित किया : जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, हालांकि आरबीआई की नीतिगत बैठक उम्मीद के मुताबिक ही रही लेकिन खाद्य मुद्रास्फीति पर चिंता और लू की चेतावनी ने कारोबारी धारणा को प्रभावित किया। इसके असर में सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। इनमें अल्ट्राटेक सीमेंट, एलएंडटी, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स, मारुति, टाइटन और जेएसडब्ल्यू स्टील प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इसके उलट कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और एसबीआई के शेयर 2.09 प्रतिशत तक की बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई लार्जकैप सूचकांक में 0.15 प्रतिशत की तेजी रही जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.50 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.11 प्रतिशत बढ़कर 90.75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे अमेरिकी बाजार : एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार गुरुवार को काफी हद तक गिरावट के साथ बंद हुए थे। नायर ने कहा, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और पश्चिम एशिया में तनाव से वैश्विक धारणा कमजोर हुई है।
नायर ने कहा, ब्याज दर को लेकर फेडरल रिजर्व के भावी रुख पर स्पष्टता की तलाश में निवेशक आगामी अमेरिकी गैर-कृषि रोजगार आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। शेयर बाजार आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1,136.47 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिक्री की थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour