मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच डॉलर की तुलना में भारतीय मुद्रा में रही भारी गिरावट से आशंकित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में मंगलवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स लगातार पांचवें दिन लुढ़कता हुआ 154.60 अंक टूटकर 38,157.92 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 62.05 अंक की गिरावट में 11,520.30 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के दम पर सेंसेक्स की शुरुआत भी मजबूती के साथ 38,460.96 अंक से हुई। कारोबार के दौरान यह 38,518.56 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा, लेकिन रुपए में जारी गिरावट और भारतीय विमानन कंपनियों को चालू वित्त वर्ष में करीब दो अरब डॉलर का घाटा होने के अनुमान से निवेशकों का रुझान जोखिम भरे निवेश में घटा रहा।
कारोबार के दौरान रुपया डॉलर की तुलना में 71.54 रुपए प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक लुढ़का। रुपए के अवमूल्यन से आईटी और टेक कंपनियों के शेयरों में तेजी रही, जबकि शेष सभी समूहों में गिरावट रही। सेंसेक्स दबाव में 38,098.60 अंक के दिवस के निचले स्तर तक गोता लगाता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.40 फीसदी की गिरावट में 38,460.96अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की मात्र छह कंपनियां हरे निशान में रहीं, जबकि शेष 24 में गिरावट हावी रही। निफ्टी भी बढ़त के साथ 11,598.75 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 11,602.55 अंक के दिवस के उच्चतम और 11,496.85 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 0.54 प्रतिशत की गिरावट में 11,520.30 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी की 50 में से 41 कंपनियों में गिरावट और नौ में तेजी रही। छोटी और मझोली कंपनियों में अधिक अफरातफरी देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप 2.60 प्रतिशत यानी 437.48 अंक टूटकर 16,367.29 अंक पर और स्मॉलकैप 2.04 प्रतिशत यानी 349.34 अंक की गिरावट में 16,815.06 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,911 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 766 में तेजी और 2010 में गिरावट रही जबकि 135 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित बंद हुए। (वार्ता)