मुंबई। सकारात्मक घरेलू और वैश्विक रुख के बीच वित्तीय कंपनियों के शेयरों में मजबूत लिवाली से बीएसई सेंसेक्स में गुरुवार को 629 अंक का उछाल आया। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 629.12 अंक यानी 1.65 प्रतिशत मजबूत होकर 38,697.05 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 169.40 अंक यानी 1.51 प्रतिशत उछलकर 11,416.95 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में इंडसइंड बैंक रहा। इसमें 12 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और कोटक बैंक में भी अच्छी तेजी रही।
दूसरी तरफ जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें आईटीसी, एनटीपीसी, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी शामिल हैं। आनंद राठी शेयर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि सकारात्मक वैश्विक रुख और उम्मीद से बेहतर पीएमआई विनिर्माण आंकड़े से घरेलू बाजार बढ़त के साथ खुला।
देश में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में सितंबर में लगातार दूसरे महीने सुधार हुआ है। एक मासिक सर्वे के अनुसार नए ऑर्डर और उत्पादन में बढ़ोतरी से सितंबर में विनिर्माण गतिविधियां करीब साढ़े 8 साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई हैं। हालांकि, इसके बावजूद कंपनियां कर्मचारियों की संख्या कम कर रही हैं।
आईएचएस मार्किट इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) सितंबर में बढ़कर 56.8 पर पहुंच गया। अगस्त में यह 52 पर था। जनवरी, 2012 के बाद पीएमआई का यह सबसे ऊंचा स्तर है।
उन्होंने कहा कि दोपहर के कारोबार में बाजार में मजबूती दिखी। इसका कारण खासकर बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयर समेत व्यापक स्तर पर लिवाली थी। लॉकडाउन के दौरान बैंक कर्ज लौटाने को लेकर दी गई मोहलत अवधि में ब्याज के मामले में सोमवार को फैसला आने से पहले वित्तीय कंपनियों के शेयरों में तेजी आई।
सोलंकी ने कहा कि सरकार ने अनलॉक 5 को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें कुछ अतिरिक्त छूट दी गई है। इससे भी धारणा को बल मिला। उधर टोक्यो शेयर बाजार में कारोबार के दौरान तकनीकी गड़बड़ी के कारण कारोबार रोकना पड़ा।
चीन में शंघाई, हांगकांग और दक्षिण कोरिया के सोल बाजार अवकाश के कारण बंद थे। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41.98 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। (भाषा)