मुंबई। वैश्विक स्तर पर अधिकतर शेयर बाजारों में गिरावट और घरेलू स्तर पर कमजोर निवेश धारणा के बीच इंफोसिस के साथ आईटी, टेक और बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में हुई बिकवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार 0.84 प्रतिशत टूटकर डेढ़ सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए।
बीएसई का सेंसेक्स सोमवार को 0.84 प्रतिशत यानी 265.83 अंक की गिरावट के साथ 31,258.85 अंक पर बंद हुआ, जो 11 अगस्त के बाद का निचला स्तर है। एनएसई का निफ्टी भी 0.84 प्रतिशत यानी 83.05 अंक नीचे 9,754.35 अंक पर रहा, जो इसका भी 11 अगस्त के बाद का निचला बंद स्तर है।
इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का के इस्तीफे के बाद सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी दिवस कंपनी के शेयरों में सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। इसके शेयर 5.37 प्रतिशत टूटे। इसके शेयरों में गिरावट का लाभ सेंसेक्स में इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को मिला और टीसीएस तथा विप्रो हरे निशान में रहीं, लेकिन इससे बाजार की सकल निवेश धारणा कमजोर हुई है।
सेंसेक्स 85.25 अंक की बढ़त के साथ 31,609.93 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही यह 31,641.81 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, लेकिन इसके बाद बिकवाली के दबाव में यह हरे निशान में टिक नहीं पाया। कारोबार की समाप्ति से पहले 31,220.53 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूता हुआ अंतत: 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,258.85 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 20 समूहों का सूचकांक लाल निशान में रहा। इनमें आईटी और टेक समूहों पर सबसे ज्यादा दबाव रहा। सेंसेक्स की भी 30 में से 24 और निफ्टी की 51 में से 41 कंपनियों के शेयर टूट गए। निफ्टी भी 26.85 अंक चढ़कर 26.85 अंक पर खुला।
यह 9,884.35 अंक के दिवस के ऊंचे और 9,740.10 अंक के निचले स्तर से होता हुआ कारोबार की समाप्ति पर गत दिवस के मुकाबले 0.84 प्रतिशत नीचे 9,754.35 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2,744 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,724 गिरावट में और 863 बढ़त में रहे जबकि 157 के शेयरों के भाव अंतत: अपरिवर्तित रहे। मझौली और छोटी कंपनियों पर ज्यादा दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 1.45 प्रतिशत टूटकर 14,987.43 अंक पर और स्मॉलकैप 0.96 फीसदी की गिरावट में 15,467.87 अंक पर रहा। (वार्ता)