2021 में 3 फरवरी से 7 सितंबर तक 7 माह शेयर बाजार के लिए बेहतरीन रहे। शेयर बाजार की तेज चाल से निवेशकों ने जमकर मुनाफा कमाया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में निवेशकों को फायदा हुआ।
BSE का 50 हजार से 58 हजार तक का सफर : 3 फरवरी को BSE का सेंसेक्स पहली बार 50 हजारी हुआ था। देखते ही देखते 15 फरवरी तक वह 52,000 के पार पहुंच गया। 7 जुलाई को सेंसेक्स 53 हजार क्रॉस कर गया। इसके बाद सेंसेक्स ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 2 माह से भी कम समय में 5000 अंक चढ़ गया।
पिछले 1 सप्ताह में सेंसेक्स तेजी से कुलाचे भरते हुए 2000 अंक बढ़ गया। उसे 57 हजार से 58 हजार का सफर तय करने में मात्र 3 दिन का समय लगा।
निफ्टी की भी तेज रफ्तार चाल : इसी तरह 3 फरवरी को निफ्टी 14,789 पर था, 7 माह में 17,324 तक पहुंच गया। 37 दिन में निफ्टी ने 14,000 से 15,000 का स्तर पार किया था। 15,000 से 16,000 का स्तर पार करने में उसे 180 दिन लगे थे जबकि 16000 से 17 हजारी होने में 28 दिन का समय लगा।
इन शेयरों में बहार : बीएसई के सेंसेक्स में शुक्रवार को सबसे ज्यादा उछाल मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में दिखा। रिलायंस के शेयर 4.12 प्रतिशत की बढ़ गए और उसकी मार्केट कैप 15 लाख करोड़ से ज्यादा हो गई। रिलायंस के साथ ही बजाज ऑटो, मारुति, डॉ रेड्डीज, एशियन पेंट्स के शेयरों में भी बढ़त दिखाई दी।
क्या है तेजी का कारण : बाजार एक्सपर्ट योगेश बागौरा ने कहा कि जीएसटी कलेक्शन अच्छा आया है, जीडीपी रिपोर्ट, कंपनियों की ग्रोथ रिपोर्ट की वजह निवेशक बाजार में जमकर निवेश कर रहे हैं। विदेशी निवेशकों का रुझान भी भारतीय बाजारों में बढ़ा है।
आगे रेजिस्टेंस झोन : बागौरा ने बताया कि बाजार इस समय रेजिस्टेंस झोन में चल रहा है। 58500 तक जाने के बाद बीएसई के सेंसेक्स में बिकवाली का दौर आ सकता है। इस दौरान लोग जमकर मुनाफावसूली कर सकते हैं। इस स्थिति में बाजार के गिरकर 55,000 तक पहुंचने की संभावना है।
इसी तरह एनएसई के निफ्टी में भी आगे बिकवाली का माहौल बन सकता है। इस स्थिति में निफ्टी के गिरकर 16,800 तक पहुंचने की संभावना है।