मुंबई। एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच विप्रो, आरआईएल और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 900 अंक से अधिक लुढ़क गया। हालांकि बाजार ने फिर तेजी से रिकवरी की सुबह 10 बजे तक यह हरे निशान में आ गया।
कारोबारियों के मुताबिक विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति को सख्त करने की खबर से भी घरेलू शेयर बाजार पर दबाव बना हुआ है।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 905.16 अंक या 1.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,586.35 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि सुबह 10 बजे यह बढ़कर 57,565 पर था। इसी तरह निफ्टी भी 253.80 अंक गिरकर 16,895.30 पर आ गया। हालांकि 10 बजे यह एक बार फिर बढ़कर 17149 पर पहुंचे गया।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 4.38 प्रतिशत की गिरावट एशियन पेंट्स में हुई। इसके अलावा विप्रो, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और पावरग्रिड हरे निशान में थे।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 1,545.67 अंक या 2.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,491.51 पर, जबकि एनएसई निफ्टी 468.05 अंक या 2.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,149.10 पर बंद हुआ था।
रूस और यूक्रेन के बीच टकराव पर बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितता का असर भी शेयर बाजार पर देखने को मिला। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.85 प्रतिशत बढ़कर 87.00 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी सोमवार को सकल आधार पर 3,751.58 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की।