मुंबई। एशियाई बाजारों के मिश्रित संकेत और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने की उम्मीद में विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा की गई भारी बिकवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में भूचाल आ गया। एक समय सेंसेक्स 2000 अंक तक टूट गया।
एक अनुमान के मुताबिक शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण निवेशकों के 9.5 लाख करोड़ से रुपए से भी ज्यादा डूब गए। नायका, जोमैटो और पेटीएम जैसी कंपनियों के स्टॉक जमकर पिटे हैं। सेंसेक्स में सबसे अधिक 2.44 प्रतिशत की गिरावट एशियन पेंट्स में हुई। इसके अलावा टेक महिंद्रा, विप्रो, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, एचसीएल टेक और बजाज फाइनेंस भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
मात्र 14 अंकों की गिरावट लेकर 59023.97 अंकों पर खुला बीएसई का सेंसेक्स चौतरफा बिकवाली के कारण 57521.25 अंक के निचले स्तर तक उतर चुका है। सेंसेक्स 1462.99 अंक अर्थात 2.48 प्रतिशत की गिरावट लेकर 57574.19 अंक पर कारोबार किया। एक समय ऐसा भी रहा जब सेंसेक्स 2000 अंक तक टूट गया।
कारोबारियों के मुताबिक विदेशी कोषों के लगातार बाहर जाने से भी घरेलू शेयर बाजारों पर दबाव बना। दूसरी ओर पावरग्रिड, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल में बढ़त देखने को मिली।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 427.44 अंक या 0.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,037.18 पर बंद हुआ था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 139.85 अंक या 0.79 प्रतिशत गिरकर 17,617.15 पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में हांगकांग, सोल और तोक्यो के बजारों में गिरावट का रुख था, जबकि शंघाई में तेजी देखने को मिली।
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को सकल आधार पर 3,148.58 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।