ट्रंप टैरिफ पर निवेशक सतर्क, निवेशकों के लिए कैसा रहेगा जुलाई का दूसरा हफ्ता?
मुनाफा वसूली के बाद भी ज्यादा नहीं गिरा शेयर बाजार, कंपनियों के अच्छे र्क्वाटर रिजल्ट से स्थानीय बाजार के फंडामेटल मजबूत
Share market review: 9 माह का शीर्ष स्तर छूने के बाद जुलाई के पहला हफ्ता भारतीय शेयर बाजारों के लिए कुछ खास नहीं रहा। टैरिफ पर भारत का अमेरिका से समझौता नहीं होने और मुनाफा वसूली के चलते स्थानीय शेयर बाजार लाल निशान में रहे। जानिए आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा मार्केट ट्रैंड और क्या करें निवेशक?
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : लगातार 4 हफ्ते से जारी बढ़त पर सोमवार को ब्रेक लग गया। बीएसई का सेंसेक्स 452 अंक लुढ़क गया तो एनएसई के निफ्टी में 121 अंक की गिरावट आई। स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को कारोबार सीमित दायरे में रहा। सेंसेक्स 90.83 अंक चढ़कर 83,697.29 अंक पर और निफ्टी 24.75 अंक के लाभ से 25,541.80 अंक पर पहुंच गया। बुधवार को सेंसेक्स 287.60 अंक टूटकर 83,409.69 अंक पर जबकि निफ्टी 88.40 अंक के नुकसान से 25,453.40 अंक पर बंद हुआ।
गुरुवार को सेंसेक्स 170.22 अंक गिरकर 83,239.47 अंक पर बंद हुआ तो निफ्टी 48.10 अंक कमजोर होकर 25,405.30 अंक पर रहा। हफ्ते के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 193.42 अंक चढ़कर 83,432.89 तथा एनएसई का निफ्टी 55.70 अंक की बढ़त के साथ 25,461 अंक पर बंद हुआ। इस तरह 2 दिन शेयर बाजार हरे तो 3 दिन लाल निशान में बंद हुए। साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स में 626.01 अंक यानी 0.74 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि एनएसई निफ्टी 176.8 अंक यानी 0.68 प्रतिशत गिर गया।
इन फैक्टर्स ने बदली बाजार की चाल : शेयर बाजार में इस हफ्ते निवेशकों ने काफी मुनाफा वसूली की। अमेरिकी शुल्क टाले जाने की समयसीमा समाप्ति की तारीख करीब आने से निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख ने भी धारणा को प्रभावित किया।
कैसा रहेगा अगला हफ्ता : अमेरिकी टैरिफ की 9 जुलाई की समयसीमा नजदीक आने के साथ निवेशक अभी इंतजार करने की रणनीति अपना रहे हैं। बाजार का ध्यान धीरे-धीरे कंपनियों के पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों पर है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारतीय बाजार से निकासी का सिलसिला जारी है हालांकि घरेलू निवेशक अभी भी बाजार में बने हुए हैं। अगर दोनों देशों के हित टैरिफ पर टकराते है तो बाजार लाल निशान में नजर आएगा।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने बताया कि जून के आखिरी हफ्ते में बाजार पीक पर थे। इस हफ्ते बाजार में मुनाफा वसूली हुई। उन्होंने कहा कि चीन, ब्रिटेन और विएतनाम से अमेरिका की ट्रेड डील लगभग फाइनल है। भारत के साथ भी टैरिफ पर बातचीत जारी है। बताया जा रहा है कि 9-10 जुलाई तक इस पर अंतिम मुहर लग सकती है। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते बाजार के फ्लैट टू निगेटिव रहने की संभावना है। बागौरा ने कहा कि निफ्टी में अगली तेजी 26100 का लेवल तोड़ने पर ही दिखाई दे सकती है। बाजार के 25,200 से 26,000 के बीच रहने की संभावना है।
बाजार विशेषज्ञ सतीश इंदानी के अनुसार, गत हफ्ते शेयर बाजार अच्छा रहा। मुनाफा वसूली के बाद भी सेंसेक्स और निफ्टी में ज्यादा गिरावट नहीं थी। अगले हफ्ते फेडरल रिजर्व की बैठक में इंटरेस्ट रेट पर फैसला होना है। भारतीय शेयर बाजार की चाल इस पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि कंपनियों के रिजल्ट अच्छे आ रहे हैं। फंडामेंटल्स भी मजबूत है। ऐसे में अच्छे शेयरों में निवेश निवेशकों के लिए फायदे का सौदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप टैरिफ रेट घटाते हैं तो यहां से बाजार में तेजी की संभावना बनती नजर आ रही है।
जेन स्ट्रीट ग्रुप पर सेबी का शिकंजा : बाजार नियामक सेबी ने अमेरिका-आधारित जेन स्ट्रीट ग्रुप को प्रतिभूति बाजारों से प्रतिबंधित कर दिया है। उसने समूह को डेरिवेटिव खंड में किए गए सौदों के जरिये शेयर सूचकांकों में हेराफेरी करने के आरोप में 4,843 करोड़ रुपए की अवैध आय को वापस करने का निर्देश दिया है। बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने कहा कि बाजार में जेन स्ट्रीट जैसे कई प्लेयर हो सकते हैं। अत: सेबी के यह एक्शन इन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। हालांकि सेबी की यह सख्ती आम निवेशकों के हित में है।
छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश की अनुमति दे दी। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 में संशोधन अधिसूचित किया है, इसके तहत भारत सरकार के प्रावधानों की तर्ज पर अब राज्य के शासकीय सेवकों को शेयर बाजार, प्रतिभूतियों, ऋणपत्र और म्यूचुअल फंड्स में निवेश की अनुमति दी गई है। अधिसूचना में यह स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि इंट्राडे कारोबार, आज खरीदें-कल बेचें (बीटीएसटी), वायदा एवं विकल्प तथा क्रिप्टोकरेंसी जैसे प्रवृति की निवेश गतिविधियों पर रोक लागू रहेगी।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।