मुंबई। नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच अदानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में हुई भारी बिकवाली के दबाव में घरेलू बाजार में बुधवार को लगातार तीसरे दिन निवेश धारणा कमजोर रही।
चीन तथा ब्रिटेन के विनिर्माण क्षेत्र में अप्रैल में सुस्ती बढ़ने और यूरोपीय आयोग के विकास अनुमान घटाने से विदेशी बाजारों में गिरावट जारी रही। इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 0.51 प्रतिशत यानी 127.97 अंक लुढ़ककर 25101.73 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.52 फीसदी अर्थात 40.45 अंक टूटकर 7706.55 अंक पर आ गया। हालांकि यह बाजार की इस सप्ताह 3 दिन में तीसरी गिरावट है, लेकिन बुधवार की गिरावट ज्यादा व्यापक रही।
बीएसई में 2,687 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,779 में बिकवाली तथा 786 में लिवाली का जोर रहा जबकि 122 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। बीएसई के 20 में से 19 समूह गिरावट में रहे।
सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयर टूटे। सबसे ज्यादा 11.98 प्रतिशत का नुकसान अदानी पोर्ट्स को उठाना पड़ा। टाटा मोटर्स के शेयर 6.76 फीसदी, टाटा स्टील के 5.60 फीसदी, भेल के 3.78 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक के 2.98 फीसदी तथा एसबीआई के 2.23 फीसदी लुढ़क गए वहीं एचडीएफसी के 2.86 प्रतिशत, एनटीपीसी के 1.35 फीसदी तथा एचडीएफसी के 0.89 फीसदी की बढ़त में रहे।
मझौली तथा छोटी कंपनियों में बिकवाली ज्यादा रही। बीएसई का मिडकैप 1.22 प्रतिशत गिरकर 10,933.93 अंक पर तथा स्मॉलकैप 0.98 प्रतिशत गिरकर 10,924.46 अंक पर रहा। (वार्ता)