टी-20 विश्वकप पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया का सेमीफाइनल मैच लगभग वैसा ही हुआ जैसा 11 साल पहले हुआ था। अगर यह कहा जाए कि 11 साल पहले सेंट लूशिया की स्क्रिप्ट ही कल दुबई में दोहराई गई तो अतिशियोक्ति नहीं होगी। साल 2010 के विश्वकप सेमीफाइनल में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया आमने सामने हुई थी तो वह ऐतिहासिक हुआ था। कुछ ऐसी समानताएं दोनों मैच में हुई कि क्रिकेट फैंस दांतो तले उंगलियां दबा लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को दिया बल्लेबाजी का न्यौता
दुबई में खेले गए टी-20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान दोनों ही टीमों ने कोई बदलाव नहीं किया।साल 2010 में हुए सेमीफाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था।
पाक की तरफ से लगे दो अर्धशतक, एक रहा नाबाद
पाकिस्तान की तरफ से सलामी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने 52 गेंदों पर 67 रन बनाये जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने कप्तान बाबर आजम (34 गेंदों पर 39 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 71 और फखर जमां (32 गेंदों पर नाबाद 55, तीन चौके, चार छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिये 72 रन की साझेदारी की।
साल 2010 के टी-20 विश्वकप में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज कामरान अकमल ने 34 गेंदों का सामना कर 6 चौके और 2 छक्कों की मदद से शानदार 50 रन बनाकर पहले विकेट के लिए सलमान बट्ट (32) के साथ 82 रन की आतिशी साझीदारी की थी। तीसरे नंबर पर उतरे उमर अकमल ने 35 गेंदों में दो चौके और चार गगनचुंबी छक्के लगाकर 56 रन बनाए और अंत तक आउट नहीं हुए थे।
दिलचस्प बात यह भी है कि दोनों बार एक अर्धशतक एक सलामी बल्लेबाज ने लगाया जो विकेटकीपर भी था और एक अर्धशतक लगाने वाला बल्लेबाज नाबाद रहा।
ऑस्ट्रेलिया को पहले ही ओवर में लगा झटका
दोनों बार बड़ा स्कोर का पीछा कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहले ही ओवर में झटका लगा। अफरीदी ने पहले ओवर में अपनी स्विंग का कमाल दिखाया और आरोन फिंच को चौंका कर पगबाधा आउट किया।
दूसरे छोर पर जो बल्लेबाज खड़े थे वह थे डेविड वॉर्नर जो 11 साल पहले पाक के खिलाफ टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल में बिना खाता खोले पवैलियन लौट गए थे। वह मोहम्मद आमिर की गेंद पर कीपर कमरान आकमल को अपना कैच थमा बैठे थे।
दिलचस्प बात यह रही कि दोनों ही मौकों पर सलामी बल्लेबाज डक पर आउट हुए और दोनों ही मौको पर उनको आउट करने वाला एक पाकिस्तानी तेज गेंदबाज था।
10 ओवर तक पाकिस्तान ने मैच पर बनाई थी पकड़
साल 2010 के टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने करीब 10 ओवर तक डेविड वॉर्नर (0), शेन वॉटसन (16), हैडिन ( 25) और माइकल क्लार्क (16), डेविड हसी (13) , कैमरून व्हाइट (43) के विकेट खोए थे।
लगभग 10 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया ने कल ऐरन फिंच (0) मिशेल मार्श (22 गेंदों पर 28 रन), स्टीव स्मिथ (5) , डेविड वॉर्नर (49) के विकेट गंवा चुका था। कुछ देर बाद ग्लने मैक्सवेल का विकेट भी 96 रनों तक गिर चुका था।
एक और दिलचस्प बात यह है कि स्टीव स्मिथ विश्वकप 2010 सेमीफाइनल में 5 रनों पर आउट हुए थे और कल भी वह 5 रनों पर ही आउट हुए।
मैथ्यू वेड बने माइक हसी
2010 टी-20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया को एक समय 12 गेंदों में 34 और 6 गेंदों में 18 रन बनाने थे। पाकिस्तान के सईद अजमल ने अंतिम ओवर डाला, जिसमें वे 21 रन लुटा बैठे और इस तरह पाकिस्तान सेमीफाइनल मुकाबला हार गया था।
अंतिम ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 18 रन चाहिए थे और माइक हसी ने लगातार 2 छक्के और 1 चौका मारने के बाद विजयी छक्का लगाया था।
कल हुए मैच में भी ऑस्ट्रेलिया को 10 गेंदों पर 21 रन चाहिए थे तब हसन अली ने वेड का कैच टपकाया। उन्होंने इसके बाद अफरीदी के 19वें ओवर की आखिर तीन गेंदों पर शार्ट फाइन लेग, काउ कार्नर और फिर फाइन लेग पर विजयी छक्का लगाया। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।