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मियांदाद की पाक टीम को 2 टूक, 'टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ मत करना यह भूल'

हमें फॉलो करें मियांदाद की पाक टीम को 2 टूक, 'टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ मत करना यह भूल'
, गुरुवार, 14 अक्टूबर 2021 (21:06 IST)
कराची: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियादाद का मानना है कि टी20 विश्व कप में 24 अक्टूबर को अगर उनके देश की टीम सितारों से सजी भारतीय टीम पर जीत दर्ज करना चाहती है तो उसे निर्भीक रवैया अपनाना होगा।भारत आईसीसी विश्व कप (50 ओवर और 20 ओवर दोनों) में कभी पाकिस्तान से पराजित नहीं हुआ।

पाकिस्तान के लिए124 टेस्ट और 238 वनडे खेल चुके मियादाद ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट में लय हासिल करने के लिये भारत के खिलाफ मैच महत्वपूर्ण होगा। उनकी टीम बेहद मजबूत है और उसके पास कई शीर्ष खिलाड़ी हैं लेकिन अगर हम बिना किसी डर और दबाव के खेलते हैं और प्रत्येक अपनी तरफ से योगदान देता है तो हम उन्हें हरा सकते हैं।’’मियादाद ने कहा कि पाकिस्तान की टीम अगर सामूहिक प्रयास करती है तो टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।

उन्होंने कहा, ‘‘टी20 प्रारूप के बारे में लोगों का मानना है कि एक या दो खिलाड़ी मैच जिता सकते हैं लेकिन मैं इसे इस तरह से देखता हूं कि इस प्रारूप में सभी को किसी न किसी तरह से योगदान देने की जरूरत है ताकि टीम जीत सके।’’मियादाद ने कहा कि पाकिस्तान केवल अच्छी फॉर्म में चल रहे बाबर आजम पर ही निर्भर नहीं रह सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रारूप में 20 रन की छोटी पारी या एक महत्वपूर्ण कैच या रन आउट या एक अच्छा ओवर मैच जिता सकता है इसलिए हर किसी को योगदान देना होगा। इस प्रारूप में टीम का सामूहिक प्रयास जरूरी है।’’
मियादाद ने इसके साथ ही कहा कि टी20 प्रारूप केवल चौके और छक्के जड़ने तक ही सीमित नहीं है।उन्होंने कहा, ‘‘आपको हर समय लप्पेबाजी करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। यह सही गेंद का इंतजार करने और अपनी रणनीति पर अमल करने से जुड़ा है।’’
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गौरतलब है कि लंबे समय तक जावेद मियांदाद पाकिस्तान क्रिकेट के मुख्य कोच रहे। इसके अलावा कुछ समय तक वह टीम के बल्लेबाजी कोच रहे। गेंदबाजों के लिए मशहूर पाकिस्तान की टीम में वह उन चुनिंदा बल्लेबाजों में थे जिनका नाम आज भी मशहूर है।मियाँदाद ने 1975 से लेकर 1996 तक छह विश्वकप में शिरकत की।

1986 में खेले गए ऑस्ट्रल एशिया कप फाइनल में चेतन शर्मा की अंतिम गेंद पर उन्होंने छक्का मारकर पाकिस्तान को हैरतअंगेज जीत दिलाई थी। यह जीत आज तक इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं।

इसके अलावा जब वह कोच बने तो साल 2004 में भारत के पाकिस्तान दौरे पर विकेटकीपर मोइन अली को भी अंतिम गेंद पर 6 रनों की दरकार थी और मिंयादाद ड्रेसिंग रूम से उन्हें हटकर ऑफ साइ़ड में छक्का लगाने की सलाह दे रहे थे। हालांकि मोइन ऐसा नहीं कर पाए और आउट हो गए थे।

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