अबुधाबी:न्यूजीलैंड विश्वक्रिकेट की एक ऐसी टीम है जिसको हमेशा से ही कम आंका गया है। कोई भी बड़ा टूर्नामेंट होता है तो इस टीम को कोई भी क्रिकेट विशेषज्ञ दावेदार नहीं मानता है लेकिन अंत में यह टीम अंतिम चार या फिर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हो जीता है। न्यूजीलैंड की टीम ने तीन साल में तीसरी बार आईसीसी की वैश्विक प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई है। पिछले कुछ वर्षों में न्यूजीलैंड ने तीनों प्रारूपों में अपनी ताकत दिखाई है।
करीब 7 साल से ब्लैक कैप्स का यह कांरवा चल रहा है। साल 2015 में ब्रेंडन मक्कलम की अगुवाई में खेल रही न्यूजीलैंड को कोई दावेदार नहीं मान रहा था। लेकिन उन्होंने लीग मैच में ऑस्ट्रेलिया को 1 विकेट से हराया। इंग्लैंड टीम को धमकेदार अंदाज में हराया। इसके बाद बेहद कड़े मुकाबले में एलियट के छक्के ने दक्षिण अफ्रीका को हराया और फाइनल में जगह बनाई। हालांकि फाइनल में न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद अगले साल 2016 में तो न्यूजीलैंड ने टी-20 विश्वकप में भारत को उस ही की जमीन पर 80 रनों से नीचे ऑलआउट करके खलबली मचा दी। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया को हराकर न्यूजीलैंड अपने ग्रुप में शीर्ष पर रही। हालांकि सेमीफाइनल में उसको इंग्लैंड के हाथों 7 विकेट से हार मिली, जिसका हिसाब उसने कल चुकता कर लिया।
साल 2019 के वनडे विश्वकप में केन विलियम्सन की अगुवाई में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, अफगानिस्तान , श्रीलंका को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची। हालांकि उसको लीग मैच में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था।
सेमीफाइनल में भारत की विख्यात बल्लेबाजी क्रम को न्यूजीलैंड ने रोके रखा और अंत में 18 रनों से जीत गई। लेकिन फाइनल में जो उसकी किस्मत में लिखा था वह किसी ने नहीं सोचा था। इंग्लैंड से टाई मैच के बाद सुपर ओवर भी टाई हो गया और बॉंड्री काउंट के आधार पर इंग्लैंड को वनडे विश्वकप थमा दिया गया।
हालांकि इंग्लैंड की धरती पर मिले इस जख्म को न्यूजीलैंड ने 2 साल बाद भरा जब भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला गया। ड्रॉ दिख रहे इस टेस्ट को न्यूजीलैंड के गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने अपनी ओर मोड़ लिया और भारत को 8 विकेट से हराकर पहली आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती।
सिर्फ टेस्ट ही नहीं अब न्यूजीलैंड इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर टी-20 विश्वकप के फाइनल में पहुंच गई है। जबकि यह कहा जाता है कि न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट बाकी के देशों के बल्लेबाजों से कम है। लेकिन अपनी कमियों को न्यूजीलैंड मैच के दौरान ही पार कर लेता है।
कहा जाता है कि बल्लेबाज किसी टीम को मैच जिताते हैं और गेंदबाज टूर्नामेंट। न्यूजीलैंड के लिए भी कुछ यही कहा जा सकता है। न्यूजीलैंड अपनी बल्लेबाजी की खामियों को अपनी गेंदबाजी से छुपा लेती है और कम से कम अंतिम 4 या फाइनल तक पहुंच जाती है।
न्यूजीलैंड की टीम अभी सभी प्रारूपों में सबसे मजबूत क्रिकेट टीम: आथर्टन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक आथर्टन का मानना है कि फिलहाल खेल के तीनों प्रारूपों में न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम सबसे मजबूत है। आथर्टन ने न्यूजीलैंड के पहली बार टी20 विश्व कप फाइनल में जगह बनाने के बाद यह बात कही। न्यूजीलैंड ने बुधवार को पहले सेमीफाइनल में प्रबल दावेदार इंग्लैंड को पांच विकेट से हराया।
आथर्टन ने कहा, उनकी टीम खेल के सभी प्रारूपों में शानदार है। उन्होंने कहा, उन्होंने एक और विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई, वह 2019 में पिछला विश्व कप जीतने के भी बेहद करीब थे, वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के विजेता हैं। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा, आपको कहना होगा कि सभी प्रारूपों में अभी वे सबसे मजबूत टीम हैं इसलिए उन्हें बधाई, खिलाड़ियों और पैसे को लेकर सीमित संसाधन के बावजूद शानदार उपलब्धि।
इंग्लैंड के 167 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने तीन ओवर के अंदर सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल और कप्तान केन विलियमसन के विकेट गंवा दिए थे जिन्हें क्रिस वोक्स ने पवेलियन भेजा। सलामी बल्लेबाज डेरिल मिशेल (42 गेंद में नाबाद 72), डेवोन कॉनवे (38 गेंद में 46) और जिमी नीशाम (11 गेंद में 27) ने हालांकि न्यूजीलैंड को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
आथर्टन ने कहा, आज रात चीजें इतनी तेजी से बदली। दूसरी पारी में लंबे समय तक मुझे लगा कि इंग्लैंड मैच में आगे था। दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया आमने सामने होंगे और आथर्टन को लगता है कि पूर्व चैंपियन टीम का पलड़ा आरोन फिंच की टीम पर भारी होगा। उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान के साथ जाऊंगा, मुझे लगता है कि इस प्रतियोगिता में उनका गेंदबाजी आक्रमण सर्वश्रेष्ठ और सबसे अधिक विविधता वाला है।