टी-20 विश्वकप 2021 के आगाज से पहले भारत अपने सभी खिलाड़ियों को आजमा लेना चाहता है। यही कारण है कि अपनी बल्लेबाजी के लिए मशहूर कप्तान विराट कोहली ने आज गेंदबाजी की। ताकि आगे आने वाले टूर्नामेंट में उनकी गेंद से जरुरत पड़े तो वह असहज महसूस ना करें।
भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जकड़ कर रखा। इस कारण ही विराट कोहली ने खुद गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। गेंदबाजी में भी विराट ने अच्छा प्रदर्शन किया और 2 ओवर में सिर्फ 12 रन दिए। टी-20 के लिहाज से यह अच्छा प्रदर्शन है कि कोहली जैसे पार्ट टाइमर गेंदबाज ने 6 की औसत से ज्यादा र नहीं दिए।
वैसे आपको बता दें कि पिछले कुछ टी-20 विश्वकप मैचों में विराट कोहली ने गेंदबाजी भी की है और विकेट भी चटकाए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के अंतिम टी-20 विश्वकप मैच में भी विराट कोहली ने विकेट झटका था। देखना यह होगा कि वह इस विश्वकप में कितनी बार गेंद थामे दिखते हैं।
विराट कोहली का पहला टी-20 विकेट केविन पीटरसन थे। उन्हें कोहली ने धोनी के हाथों स्टंप आउट करवाया था। इसके बाद साल 2011 में एक और इंग्लैंड के बल्लेबाज को उन्हें आउट किया था।
साल 2012 के टी-20 विश्वकप में उन्होंने पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज को आउट किया था। बल्ले से अर्धशतक बनाने के कारण उन्हें इस मैच में मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।
इसके अलावा साल 2016 के टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में उन्होंने वेस्टइंडीज के जॉनसन चार्ल्स को आउट कर टीम इंडिया को बड़ी राहत दिलाई थी। हालांकि इस मैच का अंतिम ओवर कोहली ने ही डाला था लेकिन कोहली की गेंद पर 6 रन मारकर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ने भारत को टी-20 विश्वकप से बाहर कर दिया था।