नई दिल्ली:भारतीय कप्तान विराट कोहली यूएई में आईसीसी टी20 विश्व कप के बाद सबसे छोटे प्रारूप की कप्तानी छोड़ देंगे जिसके बाद उन्हें नये कप्तान और नये कोच के साथ खेलना होगा लेकिन उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का मानना है कि इस स्टार बल्लेबाज को नयी परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
कोहली लंबे समय से तीनों प्रारूपों में कप्तान हैं और उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान माना जाता है। उन्होंने टी20 विश्व कप से पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे इस टूर्नामेंट के बाद सबसे छोटे प्रारूप की कप्तानी छोड़ देंगे।
टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री की जगह राहुल द्रविड़ टीम के मुख्य कोच की भूमिका निभाएंगे जबकि रोहित शर्मा या केएल राहुल सीमित ओवरों की कप्तानी की दौड़ में सबसे आगे हैं। शर्मा ने कहा कि कप्तान और कोच के बदलने के बाद कोहली के खेल पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
शर्मा ने भाषा से कहा, उन्हें (कोहली) किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। द्रविड़ कोच की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और उनकी कप्तानी में तो वह आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर) की तरफ से काफी मैच खेले हैं। उनके साथ कोहली का बहुत अच्छा तालमेल है। वह द्रविड़ का बहुत सम्मान करते हैं। द्रविड़ से बेहतर कोच भारतीय टीम के लिये कोई और नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा, जहां तक कप्तान का सवाल है तो अभी तक चयनकर्ताओं ने तय नहीं किया है कि रोहित शर्मा को टी20 का कप्तान बनाना है या केएल राहुल को।
दिल्ली रणजी टीम के मुख्य कोच शर्मा ने कहा कि कोहली ने कार्यभार प्रबंधन के लिये टी20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, फिर दो प्रारूपों (टेस्ट और वनडे) में तो वह कप्तान हैं ही। सभी खिलाड़ी उनका सम्मान करते हैं और यह उनका अपना फैसला है। उन्होंने अपने कार्यभार प्रबंधन के लिये इस प्रारूप की कप्तानी छोड़ी है। उनमें कभी इस तरह का अहं भाव नहीं रहा। वह नयी परिस्थितियों के लिये मानसिक तौर पर पूरी तरह से तैयार हैं।
शर्मा ने इसके साथ ही कहा कि टी20 विश्व कप में टीम का प्रदर्शन अपेक्षानुरूप नहीं रहा और इसके बाद टीम में कुछ नये चेहरों को जगह मिल सकती है।
उन्होंने कहा, जिस तरह से हम पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारे हैं, उसकी कतई उम्मीद नहीं थी। भारत खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में टूर्नामेंट में उतरा था लेकिन प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और यह चिंता का विषय है। हम एक सुगठित बल्लेबाजी इकाई के रूप में नहीं खेले और गेंदबाजी भी अच्छी नहीं रही।
शर्मा ने कहा, मुझे लगता है कि अब टीम में कुछ बदलाव होंगे और यह स्वाभाविक भी है। जैसे भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी टी20 प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं तो भारतीय चयनकर्ता नये गेंदबाजों को मौका दे सकते हैं जो टी20 के लिये अच्छे हों। शमी टेस्ट मैचों के बेहतरीन गेंदबाज हैं लेकिन शायद टी20 में वह उतने कामयाब नहीं रहे।
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच ने कहा कि रुतुराज गायकवाड़ और वेंकटेश अय्यर जैसे खिलाड़ी टीम में जगह बना सकते हैं।उन्होंने कहा, रुतुराज शानदार बल्लेबाज हैं। मोहम्मद सिराज ने अच्छा प्रदर्शन किया है। दिल्ली के हमारे तेज गेंदबाज नवदीप सैनी का भी प्रदर्शन शानदार रहा है। केकेआर (कोलकाता नाइटराइडर्स) की तरफ से पारी का आगाज करने वाले वेंकटेश अय्यर हैं। वह आलराउंडर का अच्छा विकल्प हो सकते हैं। युजवेंद्र चहल ने अच्छा प्रदर्शन किया है और वह भी वापसी कर सकते हैं।
गौरतलब है कि विराट कोहली जब कप्तान थे और अनिल कुंबले जब कोच थे तो दोनों में सामंजस्य नहीं बैठा था जिसके बाद कोच ने अपना इस्तीफा देना ही बेहतर समझा था।
राहुल द्रविड़ के आने के बाद क्रिकेट के गलियारों में यह चर्चा गर्म है कि विराट को हो सकता है वही दिक्कत या उस से भी ज्यादा दिक्कत राहुल द्रविड़ से झेलनी पड़े। टी-20 में तो अब विराट बल्लेबाज रहेंगे लेकिन टेस्ट और वनडे में कप्तान अब भी वही हैं।