पाकिस्तान की तरह ही इंग्लैंड की टीम का भी इसी आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इतिहास जुड़ा हुआ है। 7 साल पहले यहीं पर इंग्लैंड का सफेद गेंद का क्रिकेट तार तार हुआ था जब बांग्लादेश ने उन्हें ग्रुप चरण में टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट (ईसीबी) की तमाम कोशिशों के बाद ही उनके सफेद गेंद के क्रिकेट में बदलाव शुरू हुआ जिससे टीम के खिलाड़ियों के जज्बे में बदलाव आया। भारत के खिलाफ गुरूवार को सेमीफाइनल में उनका यही निडर रवैया साफ देखने को मिला।
इंग्लैंड के जोस बटलर, एलेक्स हेल्स, बेन स्टोक्स और मोईन अली जैसे धुरंधरों को पीछे छोड़ने के लिये शाहीन शाह अफरीदी, मोहम्मद वसीम जूनियर और हैरिस रऊफ को प्रेरणादायी जज्बे से अधिक बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
इंग्लैंड के टी20 क्रिकेट के इन अनुभवी खिलाड़ियों और टीम के अन्य सभी क्रिकेटरों में पाकिस्तान के 80,000 के करीब दर्शकों को चुप करने की काबिलियत है जैसा उन्होंने एडीलेड में 42,000 भारतीय दर्शकों को निराश कर किया था।
क्या अफरीदी इस मैच में वसीम अकरम जैसी गेंदबाजी कर सकते हैं जब बटलर बल्लेबाजी कर रहे हों? या फिर बाबर और रिजवान में बल्लेबाजी में वैसी ही गहराई दिखाने की काबिलियत है जो इमरान खान और जावेद मियांदाद ने 1992 फाइनल में दिखायी थी।
बड़े मुकाबलों में हमेशा एक खिलाड़ी आकर्षण का केंद्र बनता है और स्टोक्स 2019 लार्ड्स के प्रदर्शन को दोहराकर फिर टीम की आंखों का तारा बनना चाहेंगे।अगर ऐसा ही प्रदर्शन स्टोक्स दोहरा देते हैं तो इंग्लैंड सफेद गेंद की क्रिकेट का बादशाह हो जाएगा।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार फाइनल में रविवार और सोमवार को रिजर्व डे (सुरक्षित दिन) पर बारिश का साया मंडरा रहा है।
सामान्य टी20 मैच में न्यूनतम पांच ओवर का मुकाबला कराया जा सकता है लेकिन विश्व कप में तकनीकी समिति ने प्रत्येक टीम के लिये न्यूनतम 10 ओवर का प्रावधान रखा है जिसमें अगर जरूरत पड़ी तो रिजर्व डे पर मैच जल्दी शुरू होगा।
हार्दिक पंड्या ने भले ही क्रिस जोर्डन के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी की हो लेकिन वह टी20 के एक अच्छे गेंदबाज हैं और उन्हें पाकिस्तानी बल्लेबाजों के खिलाफ अपने बिग बैश लीग के अपार अनुभव का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना होगा।
फाइनल में खल सकती है मार्क वुड और डेविड मलान की कमी
इंग्लैंड के कोच मैथ्यू मॉट ने कहा कि टीम पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को होने वाले टी20 विश्व कप फाइनल के लिए मार्क वुड और डेविड मालन की उपलब्धता के विकल्प पर विचार किया जायेगा।
श्रीलंका के खिलाफ सुपर 12 चरण में इंग्लैंड के आखिरी मैच के दौरान वुड और मालन चोटिल हो गये थे। एडीलेड में भारत के खिलाफ गुरुवार के सेमीफाइनल मैच में उनकी जगह क्रिस जॉर्डन और फिल साल्ट को अंतिम एकादश में शामिल किया गया था।
मॉट ने बीबीसी से कहा, हम इस बारे में विचार करेंगे। सेमीफाइनल के बाद हमारी टीम को काफी कम समय मिला है। हमें यात्रा करनी पड़ी और फिर एक अभ्यास सत्र के बाद मैच के लिए मैदान में उतरना है।
उन्होंने कहा, उनके पास इससे उबरने के लिए ज्यादा समय नहीं है। मुझे हालांकि उनके ठीक होने की उम्मीद है लेकिन यह निराशाजनक है। वे दोनों हमारे लिए शानदार खिलाड़ी है। पिछले कुछ समय में उन्होंने दमदार प्रदर्शन किया है।
हालांकि इंग्लैंड को अब तक इस विश्वकप में ना ही जोफ्रा आर्चर की कमी महसूस हुई है, ना ही रीस टॉप्ली की। लेकिन फाइनल में टीम कम से कम दो मुख्य गेंदबाज के साथ उतरना चाहेगी।
इंग्लैंड:जोस बटलर (कप्तान), एलेक्स हेल्स, फिल सॉल्ट, हैरी ब्रुक, लियाम लिविंगस्टोन, आदिल राशिद, मोईन अली, बेन स्टोक्स, डेविड विली, क्रिस वोक्स, क्रिस जोर्डन, डेविड मलान, सैम कुरेन, मार्क वुड, टाइमल मिल्स।