पर्थ: ऑस्ट्रेलिया के अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज ग्रेग चैपल का मानना है कि पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली की पारी 'ईश्वर का गीत' जैसी थी, जो 'भगवद गीता' का शाब्दिक अनुवाद है और इसने टी20 क्रिकेट को कलात्मक खेल के रूप में वैधता दिलाई।
कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 82 रन की पारी खेलकर भारत को रोमांचक जीत दिलाई थी। इससे प्रभावित होकर चैपल ने इस पूर्व कप्तान को अपने समय का सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज करार दिया।
चैपल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपने कॉलम में लिखा, भगवद गीता हिंदू धर्म की पवित्र पुस्तक है। शाब्दिक रूप से अनुवाद में इसका अर्थ है ईश्वर का गीत है। कोहली ने एक ऐसी पारी खेली जो 'ईश्वर के गीत' के करीब थी जैसी टी20 क्रिकेट में कभी नहीं खेली गई।
इस 74 वर्षीय पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कोहली की आक्रामक पारी बल्लेबाजी की कला को अगले स्तर तक ले गई और इसने असल में टी20 क्रिकेट को कलात्मक खेल के रूप में वैधता प्रदान की।
क्रिकेट को चाहने वाले टेस्ट क्रिकेट को पसंद करते हैं जबकि टी20 प्रारूप में शुरू से ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी को तरजीह दी जाती है और बल्लेबाज हर गेंद पर लंबा शॉट खेलना चाहता है।
चैपल ने कहा, ऊन के नए छल्ले के साथ खेलने वाली बिल्ली की तरह कोहली ने पहले उन्हें परेशान किया और फिर पाकिस्तानी गेंदबाजी आक्रमण को तार-तार कर दिया।
चैपल ने आगे कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कोहली की पारी ने टी20 क्रिकेट को भी वैध बना दिया।उन्होंने कहा, यह ऐसी पारी थी जिसमें बल्लेबाजी की कला भी देखने को मिली। मैंने जितनी क्रिकेट देखी है ऐसा कोई नहीं कर पाया।
भारत के पूर्व कोच ने कहा, यह एक ऐसी पारी भी थी जिसने टी20 क्रिकेट को वैध बना दिया। कोई भी अब टी20 क्रिकेट को केवल मनोरंजन के रूप बताकर खारिज नहीं कर सकता है।
चैपल ने कहा, बल्लेबाजी की कला से समझौता किए बिना जिस तरह से पिछले रविवार को कोहली ने अपने प्रतिद्वंदी को निर्ममता से चारों खाने चित किया वैसे पूर्व में कभी कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया था।
चैपल ने कोहली को अपने समय का संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज करार दिया।उन्होंने कहा , कोहली मेरे समय के सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज हैं। केवल महानतम चैंपियनों के पास अपनी कल्पना को अनंत तक ले जाने का साहस और बुद्धिमत्ता होती है। कोहली के पास वह है। इस मामले में संभवत: केवल टाइगर पटौदी ही उनके करीब नजर आते हैं। (भाषा)