एडिलेड: भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को यहां कहा कि उन्होंने और कप्तान रोहित शर्मा ने पिछले एक साल से केएल राहुल का पूरा समर्थन किया है जो टी20 विश्वकप में आगे भी जारी रहेगा।राहुल बेहद खराब फॉर्म में चल रहे हैं और उन्होंने अब तक तीन मैचों में केवल 22 रन बनाए लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार को यहां होने वाले मैच में उनकी जगह सुरक्षित लगती है।
द्रविड़ से बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले मैच की पूर्व संध्या पर राहुल की फॉर्म को लेकर सबसे अधिक सवाल किए गए।उन्होंने कहा, पिछले एक वर्ष में मैंने और रोहित ने केवल बातों में ही नहीं मैदान पर भी राहुल का पूरा समर्थन किया है।
द्रविड़ से पूछा गया कि क्या राहुल की फॉर्म चिंता का विषय है, उन्होंने कहा, कतई नहीं। मेरा मानना है कि वह बेहतरीन खिलाड़ी है और उसका रिकॉर्ड यह साबित करता है। उसने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसने शानदार बल्लेबाजी की है और टी20 मैचों में कभी ऐसा होता है।
द्रविड़ ने कहा, इस टूर्नामेंट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिए काम आसान नहीं है। उसने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच में शानदार पारी खेली थी। उसने मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस के सामने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था।
द्रविड़ ने स्पष्ट किया कि कम से कम इस टूर्नामेंट में राहुल को बाहर नहीं किया जाएगा और उम्मीद जताई कि अगले चार मैचों में वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि अगले तीन या चार मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेगा। हम उसके कौशल के बारे में जानते हैं जो कि यहां की परिस्थितियों के अनुकूल हैं।
मुख्य कोच ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में राहुल की योग्यताओं को गिनाने में भी पीछे नहीं रहे।
द्रविड़ ने कहा, वह बैकफुट का शानदार बल्लेबाज है और यहां की परिस्थितियों में इस तरह के बल्लेबाज की जरूरत पड़ती है।
राहुल की आलोचनाओं के बारे में उन्होंने कहा, राहुल का समर्थन करना मुश्किल नहीं है क्योंकि लोग बाहर क्या बातें करते हैं उस पर हम ध्यान नहीं देते। हमारे दिमाग में कुछ आईडिया है और हम अपने खिलाड़ियों पर भरोसा रखते हैं।
उन्होंने विराट कोहली का उदाहरण दिया कि किस तरह से उनकी फॉर्म को लेकर मीडिया पीछे पड़ा था।द्रविड़ ने कहा, एक बार कोहली ने रन बना लिए तो आप दूसरे खिलाड़ी को देखने लगे। अगर अब राहुल रन बनाता है तो फिर आप देखेंगे कि अगला खिलाड़ी कौन होगा। यह काम का हिस्सा है मैं किसी का अपमान नहीं कर रहा हूं लेकिन पेशेवर खेल की यही प्रकृति है। (भाषा)