वॉशिंगटन। अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई। एक के बाद एक हुए 3 फिदायीन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिकों की जान गई जबकि 60 से ज्यादा अफगानी नागरिकों की मौत हुई है।
काबुल प्रशासन के मुताबिक हमले में 150 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हुए हैं, हमले की जिम्मेदारी ISIS खोरासान ने ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया को पूरे हालात पर ब्रीफिंग दी और कहा कि हमला करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
एहतियात के तौर पर अब काबुल एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया गया है। जो बाइडेन ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने वालों के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वाले कोई भी व्यक्ति यह जान ले कि हम तुम्हें माफ नहीं करेंगे। हम तुम्हे नहीं भूलेंगे। हम तुम्हे मार गिराएंगे, तुम्हें भुगतान करना ही होगा। हम अपने और अपने लोगों के हितों की रक्षा करेंगे।
इजराइजली प्रधानमंत्री के साथ बैठक टली : व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ इजराइल के नए प्रधानमंत्री की पहली बैठक का कार्यक्रम टाल दिया और अफगान शरणार्थियों के विषय पर गवर्नरों के साथ होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया। बाइडन, इजराइल के नए प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट के कार्यभार संभालने के बाद उनसे पहली बार मुलाकात करने वाले थे।
बाइडन का उन गवर्नरों के एक समूह के साथ डिजिटल माध्यम से बैठक करने का भी कार्यक्रम था, जिन्होंने कहा था कि वे अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास के लिए सहायता करने के इच्छुक हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए धमाके के बाद, व्हाइट हाउस को राष्ट्रपति के कार्यक्रम में फेरबदल करना पड़ा है और अब बाइडन, हवाई अड्डे की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया कि बेनेट और बाइडन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई है जबकि गवर्नरों की बैठक को रद्द कर दिया गया है।