शुभ मुहूर्त 2024:-
ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04:21 से 05:03 तक.
प्रातः सन्ध्या: प्रात: 04:42 से 05:46 तक.
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:40 से 03:34 तक.
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:07 से 07:29 तक.
सायाह्न सन्ध्या: शाम 07:07 पी एम से 08:11 तक.
अमृत काल: दोपहर 01:22 से 03:09 तक.
रवि योग: शाम 08:30 पी एम से 05:47 ए एम, अगस्त 08
निशिता मुहूर्त: 12:06 am (8 अगस्त) से 12:48.
पूजा के शुभ मुहूर्त 2024:
सुबह का मुहूर्त- सुबह 05.46 से 09.06 के बीच।
दोपहर का मुहूर्त- सुबह 10.46 से दोपहर 12.27 के बीच।
तीज पूजा विधि:-
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हरियाली तीज के दिन महिलाएं सुबह घर के काम और स्नान करने के बाद सोलह श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं।
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इस दिन विवाहित स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं।
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इस दिन स्त्रियों के मायके से श्रृंगार का सामान और मिठाइयां उनके ससुराल भेजी जाती है।
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इसके बाद मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा होती है।
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पूजा के अंत में तीज की कथा सुनी जाती है।
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इस दिन महिलाएं बिना भोजन-जल के दिन व्यतीत करती है तथा निर्जला व्रत रखती हैं।
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कथा के समापन पर महिलाएं मां गौरी से पति की लंबी उम्र की कामना करती है।
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इसके बाद घर में उत्सव मनाया जाता है और भजन व लोक नृत्य किए जाते है।
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इस दिन हरे वस्त्र, हरी चुनरी, हरा लहरिया, हरा श्रृंगार, मेहंदी, झूला-झूलने का भी रिवाज है।
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इस व्रत से महिलाओं को सुहाग और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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दूसरे दिन सुबह स्नान और पूजा के बाद व्रत पूरा करके भोजन ग्रहण करती हैं।
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इस दिन बिना प्याज, लहसुन का भोजन बनाया जाता है।ALSO READ: Hariyali teej 2024: हरियाली तीज पर होने वाली परंपरा को जानें