Hartalika Teej Vrat Puja samagri: भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं। हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर 2023 सोमवार को रखा जा रहा है। इस व्रत में पारण के समय तक 5 बार पूजा की जाती है। इस दिन प्रदोष काल पूजा के लिए पहला मुहूर्त शाम 06.23 बजे से शाम 06.47 बजे तक का है। जानिए पूजा विधि और पूजन सामग्री।
पूजन सामग्री:-
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हार फूल
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मावे की मिठाई
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पत्तियों में बिल्वपत्र, जातीपत्र, सेवंतिका, बांस, देवदार पत्र, चंपा, कनेर, अगस्त्य, भृंगराज, धतूरा, आम के पत्ते, तुलसी, अशोक के पत्ते, पान के पत्ते केले के पत्ते और शमी के पत्ते।
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काले रंग की गीली मिट्टी, पीले रंग का कपड़ा, जनेऊ।
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धूप-अगरबत्ती, कपूर, श्रीफल, कलश, अबीर, चंदन।
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तेल घी, दही, शहद दूध और पंचामृत
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श्रृंगार में हरी चूड़िया, हरी चुनरी, आल्ता, सिंदूर, बिंदी मेहंदी, हरी कंघी, शीशा, काजल, कुमकुम, सुहाग पूड़ा और श्रृंगार की अन्य हरी चीजों की जरूरत होती है।
पूजा विधि
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सुबह उठकर स्नान करने के बाद मन में व्रत का संकल्प लेना चाहिये।
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सबसे पहले घर के मंदिर में काली मिट्टी से भगवान शिव शंकर, माता पार्वती और गणेश की मूर्ति बनाएं।
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अब इन मूर्तियों को तिलक लगाएं और फल-फूल अर्पित करें।
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फिर माता पार्वती को एक-एक कर हरी सुहाग की सामग्री अर्पित करें।
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इसके बाद भगवान शिव को बेल पत्र और पीला वस्त्र चढ़ाएं।
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तीज की कथा पढ़ने या सुनने के बाद आरती करें।
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अगले दिन सुबह माता पार्वती को सिंदूर अर्पित कर भोग चढ़ाएं।
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प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत का पारण करें।