बिग बॉस सीजन 11 की समाप्ति हो चुकी है, जिसमें टीवी अभिनेत्री शिल्पा शिंदे विजेता बनी। अखबारों से लेकर इंटरनेट व सोशल मीडिया तक, कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पिछले कुछ दिनों से शिल्पा से जुड़ी बातें पढ़ने व देखने को न मिली हों। यदि आप गौर करें तो पाएंगे कि बिग बॉस के प्रतिभागियों को शो के दौरान सितारा हैसियत प्राप्त हो जाती है, और ऐसा लगता है मानो इस शो के बाद इन सितारों की किस्मत और भी चमक जाएगी।
यह कहना भी पूर्ण रूप से गलत नहीं होगा कि बिग बॉस जीतने का कोई फायदा नहीं होता। कम से कम कुछ समय के लिए ही सही, पूरा देश इन प्रतिभागियों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हो उठता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि चकाचौंध से भरे इस रियलिटी शो का प्रतिभागियों या विजेताओं के करियर में कितना असर पड़ता है?
इस शो से मिली शोहरत करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाती है या कुछ समय बाद सितारा बन चुके ये प्रतिभागी वापस धरातल पर आ गिरते हैं। शायद इस बात का जवाब हमें पिछले विजेताओं की मौजूदा स्थिति देखकर पता चल सके। आइए बिग बॉस के सभी विजेताओं के करियर पर एक नजर डालते हैं।
सीजन 1 - राहुल रॉय
साल 2006 में आए बिग बॉस के पहले सीजन में बॉलीवुड अभिनेता राहुल रॉय विजेता बने थे। राहुल का करियर कभी भी उन बुलंदियों तक नहीं पहुंच पाया जिसकी हर कलाकार को उम्मीद होती है। बिग बॉस विजेता बनने से पहले राहुल परदे पर अपनी पारी का बड़ा हिस्सा खेल चुके थे। इक्का-दुक्का फिल्मों को छोड़कर राहुल के करियर में कोई भी खास उपलब्धि हमें नजर आती है।
बिग बॉस का पहला सीजन जीतने के बाद भी राहुल के करियर को कोई खास रफ़्तार नहीं मिली, या कहा जाए कि रफ़्तार ही नहीं मिली। साल 2006 के बाद से उन्होनें कुछ असफल फिल्मों में ही काम किया है। बिग बॉस से मिली शोहरत कुछ ही समय में धूमिल और राहुल गुमनाम होते चले गए।
सीजन 2 - आशुतोष कौशिक
आप में से अधिकतर लोगों को आशुतोष कौशिक का नाम भी याद नहीं होगा। आशुतोष बिग बॉस सीजन 2 के अलावा एमटीवी के चर्चित रियलिटी शो रोडीज़ के सीजन 5 में भी विजेता रहे हैं। दो बड़े रियलिटी शोज़ में अपनी जीत का परचम लहराने वाले आशुतोष जिला गाजियाबाद, पितामह व लाल रंग जैसी कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार निभाते हुए दिखे थे। बड़े परदे में कोई उल्लेखनीय किरदार उनके नाम दर्ज नहीं है।
कहा जा सकता है कि बिग बॉस व एमटीवी रोडीज़ उनके करियर में कोई खास योगदान देने में असफल रहे।
सीजन 3 - विंदु दारा सिंह
जाने-माने रेसलर एवं टीवी व फिल्मों में कई उल्लेखनीय किरदार निभाने वाले स्व. दारा सिंह के बेटे विंदु दारा सिंह का नाम बिग बॉस या किसी अन्य शो की वजह से कम और आईपीएल के दौरान सट्टेबाजों से तार जुड़ने की खबर से अधिक चर्चा में रहा था। आलम यह है कि अधिकतर लोग विंदु को बिग बॉस विजेता के तौर पर नहीं, बल्कि आईपीएल में हुए सट्टेबाजी कांड से पहचानते हैं।
विंदु के डूबते करियर को भी बिग बॉस ने केवल कुछ समय के लिए उठे शोहरत के बुलबुले से सहारा देने की कोशिश की थी। बुलबुला फूटते ही इनका करियर भी गर्त में जा डूबा।
सीजन 4 - श्वेता तिवारी
श्वेता तिवारी भोजपुरी फिल्मों व हिंदी टीवी जगत की जानी-मानी अभिनेत्री हैं। धारावाहिक 'कसौटी जिंदगी की' से इनके करियर ने रफ़्तार पकड़ी और इन्होनें अपना एक अलग मुकाम बनाया। गौर करने की बात यह है कि श्वेता को यह उपलब्धियां बिग बॉस में आने से पहले ही मिल चुकी थी। बिग बॉस सीजन 4 जीतने के बाद इनके करियर में कुछ खास बदलाव नहीं आया। खुद कमाई गई शोहरत और अच्छे काम की वजह से ही वे अपना करियर बचाए रखने में कामयाब रहीं, और बुलन्दियों को छुआ।
इस तरह बिग बॉस ने इनके करियर में भी को अहम योगदान नहीं दिया है।
सीजन 5 - जूही परमार
जूही परमार को लोग 'कुमकुम' एवं 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' जैसे चर्चित धारावाहिकों की वजह से याद करते हैं। हाल के दिनों में ये शनि व संतोषी माँ जैसे धारावाहिकों में भी नजर आईं हैं। लेकिन इनके निभाए उल्लेखनीय किरदार इनके बिग बॉस जीतने से पहले के हैं, बल्कि बिग बॉस सीजन 5 की विजेता बनने के बाद इन्होनें कोई बेहद बड़ा व चर्चित किरदार नहीं निभाया है।
सीजन 6 - उर्वशी ढोलकिया
उर्वशी ने एक समय में कसौटी, घर एक मंदिर व देख भाई देख जैसे धारावाहिकों से लोगों के बीच अलग पहचान बनाई थी। फिलहाल उर्वशी धारावाहिक चंद्रकांता में रानी इरावती का किरदार निभा रही हैं, लेकिन सोचने की बात यह है कि इसमें अलग क्या है? उनका करियर वैसा ही चल रहा है जैसा पहले चला करता था। बिग बॉस विजेता होने का कोई खास फायदा हमें तो नजर नहीं आ रहा।
सीजन 7 - गौहर खान
बिग बॉस सीजन 7 के दौरान कहा जा रहा था कि गौहर खान के करियर में असीम संभावनाएं हैं, एवं वे बड़े परदे पर स्टारडम हासिल कर सकती हैं। लेकिन बिग बॉस के घर से बाहर आने के बाद से ही गौहर बॉलीवुड फिल्मों में किसी बड़े ब्रेक का इंतज़ार करते हुए बॉलीवुड में आइटम नंबर तक ही सिमट कर रह गई हैं।
सीजन 8 - गौतम गुलाटी
सीजन 8 के विजेता गौतम की कहानी भी बाकी विजेताओं से जुदा नहीं है। गौतम को लेकर भी तरह-तरह के कयास लगाएजा रहे थे और कहा जा रहा था कि ये अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम है। लेकिन पहले की ही तरह अब भी ये टीवी धारावाहिकों व मॉडलिंग में ही उलझे हुए हैं।
सीजन 9 - प्रिंस नरूला
प्रिंस नरूला भारतीय रियलिटी शोज़ के जाने-पहचाने चेहरे हैं, बिग बॉस सीजन 9 जीतने से पहले वे एमटीवी रोडीज़ व स्प्लिट्सविला भी जीत चुके हैं। विजेता बनने के बाद उन्हें एमटीवी के ही कुछ अन्य शोज़ में बतौर गेस्ट या होस्ट के तौर पर मौक़ा दिया गया। फिलहाल वे धारावाहिक बढ़ो बहू एवं प्यार तूने क्या किया में नजर आते हैं। यदि जल्द ही इन्होंने अपनी अलग पहचान स्थापित नहीं की तो इन्हें गुमनाम होते देर नहीं लगेगी।
सीजन 10 - मनवीर गुर्जर
मनवीर गुर्जर बिग बॉस जीतने वाले पहले आम आदमी थे। लेकिन विजेता राशि व कुछ समय की लोकप्रियता के अलावा उन्हें ज्यादा कुछ नसीब नहीं हुआ। अब नया विजेता मिल जाने के बाद वे भी पुराने पड़ चुके हैं। कुछ शो करने के उन्हें अवसर मिले हैं। अब यदि वे इस मौके का फायदा उठा लेते हैं तो ठीक, वरना कुछ सालों बाद इन्हें याद करने के लिए दिमाग पर जोर लगाना पड़ेगा।
इन सभी विजेताओं पर एक नजर डालने के बाद यह बात तो स्पष्ट है कि बिग बॉस की शोहरत लम्बे समय तक साथ नहीं निभाती है। करियर चमकाने के लिए बड़े बुजुर्गों का बताया तरीका ही आजमाना पड़ता है, कड़ी मेहनत व अनुशासन।
आप भी अपने सिर से बिग बॉस का भूत उतार कर इन पुराने तरीकों को ही आजमाएं, वरना गुमनामी के अँधेरे में भटकते देर नहीं लगती।