"आपको हमारा सीरियल देख कर लग सकता है कि ये हल्के फुल्के तौर पर बद्रीनाथ की दुल्हनिया से प्रेरित है, लेकिन सच मानिए ऐसा है नहीं। हमारा सीरियल 'कृष्णा चली लंदन' में हमारा मुख्य किरदार राधे एक भोला-भाला और रोमांटिक लड़का है। वह हर हाल में एक सुंदर सी बीवी चाहता है, लेकिन खुद नौंवी तक ही पढ़ा है।"
नहीं पड़ी फिल्म देखने की जरूरत
स्टार प्लस पर जल्द ही दिखने वाले शो 'कृष्णा चली लंदन' के लेखक और निर्देशक सौरभ तिवारी का कहना है कि ये सीरियल बनाने में उन्हें फिल्में देखने की ज़रूरत नहीं पड़ी। वे आगे बताते हैं कि हमारे बचपन में रिश्तेदारों में से कोई ना कोई तो ऐसा मिल ही जाता है जो अपनी बीवी को बाइक पर घुमाना फिराना और गोलगप्पे खाने की बात सोचता रहता था।
रिक्शेवाले यकीन नहीं कर पा रहे थे
सीरियल के हीरो राधे यानी कि गौरव सरीन का कहना है कि इस शो के लिए मैंने खासी मेहनत की है। मैं पंजाब के अमृतसर के पास बसे अजनाल गांव के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हूं। जॉइंट फैमिली में ही पला बढ़ा। ऐसे में एक कानपुर के लड़के का किरदार और वैसा लहजा लाना मेरे लिए बहुत ही मुश्किल था। इसलिए मैंने बहुत फिल्में देखी कुछ किताबें पढ़ीं। कभी-कभी प्रैक्टिस करने के लिए मैं मुंबई के रिक्शा वालों को साथ बातें भी करता था। फिर एक दिन वो भी आया जब किसी रिक्शावाले को यकीन नहीं हो रहा था कि मैं उत्तर प्रदेश से नहीं हूं।
कृष्णा लड़का है या लड़की
जब वेबदुनिया संवाददाता रूना आशीष ने निर्देशक सौरभ तिवारी से पूछा कि सीरियल का नाम तो कृष्णा चली लंदन है तो कृष्णा से मिलना कब होगा और वो लंदन क्यों जा रही हैं? तो सौरभ का कहना था कि "ये कैरेक्टर सीरियल शुरू होने के दो हफ्ते बाद एंट्री लेने वाला है। अब ये कैरेक्टर कैसा है? लड़का है या लड़की? ये तो सीरियल देखने वालों को ही मालूम पड़ेगा।" वहीं हीरो गौरव का कहना था कि वे खुद अभी तक कृष्णा से नहीं मिल पाए हैं। स्टार प्लस का ये सीरियल 21 मई से शुरु हो रहा है।