टोक्यो: कोरोना महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित कर दिए गए टोक्यो ओलंपिक खेलों को कड़ी धूप में शुरू तो किया गया, लेकिन अब उसे प्रकृति की एक और मार झेलनी पड़ सकती है। यहां तूफान आने वाला है और भविष्यवाणी की गई है कि वह खेलों में व्यवधान डाल सकता है। न्यूजीलैंड के रग्बी सेवन्स के खिलाड़ी एंड्रयू न्यूस्टब ने कहा कि ऐसा लगता है कि हम हर बुरी चीज की तैयारी कर रहे हैं।
मेजबान जापान अपने मेहमानों को दिलासा दे रहा है कि चिंता न करें, क्योंकि यह मध्यम श्रेणी का उष्णकटिबंधीय तूफान है। उधर सुरिगासाकी समुद्र तट पर सर्फर का कहना है कि नेपार्तक नाम का यह तूफान जब तक समुद्र तट से सीधे नहीं टकराता, इससे वास्तव में प्रतिस्पर्धा में सुधार होगा।
3 खेलों ने पहले ही कार्यक्रम बदला
तीरंदाजी, नौकायन और पाल नौकायन ने पहले ही अपना कार्यक्रम बदल दिया है। टोक्यो खेलों की प्रवक्ता मासा तकाया ने कहा कि किसी अन्य खेल के कार्यक्रम में बदलाव की संभावना नहीं है।
तकाया ने कहा कि यह तीसरी श्रेणी का उष्णकटिबंधीय तूफान है, इसलिए बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन जापान के अर्थों में यह तूफान है। यह कमजोर तूफान है लेकिन फिर भी यह तूफान है और इसलिए हमें इसके प्रभावों को लेकर बहुत अधिक आशावादी नहीं होना चाहिए।
तूफान की खबर टोक्यो में ओलंपिक आयोजकों के लिए एक बुरी खबर है। क्योंकि वैसे ही इससे पहले खेल गांव में कोरोना के मामले लगातार देखे जा रहे थे। पिछले 24 घंटो में ही 2 खिलाड़ी समते 7 लोगों के सैम्पल पॉजिटिव पाए गए थे। कोरोना मामलों की कुल संख्या खेल गांव में 155 हो चुकी है।
सोमवार को नीदरलैंड के टेनिस खिलाड़ी जीन जूलियन रोजर कोरोना संक्रमित होकर ओलंपिक से बाहर हो गए थे। अब तक कोरोना जिन खिलाड़ियों को अपनी चपेट में ले चुका है वह इन देशों से थे -चिली, चेक गणराज्य, नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका।
गौरतलब है कि जापान के शहर टोक्यो में जारी ओलंपिक के दौरान आपातकाल लगा हुआ है। बिना दर्शकों के सभी टूर्नामेंट्स खेले जा रहे हैं। ऐसे में तूफान की खबर एक नई मुसीबत को बुलावा देने जैसी है।
स्थानीय विरोध के बाद भी इस साल जापान टोक्यो ओलंपिक का आयोजन करके माना। टोक्यो ओलंपिक 2020 में होने थे लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इसका आयोजन इस साल हुआ।
हालांकि जापाने के लिए एक अच्छी बात यह है कि सोमवार को पदक तालिका में वह शीर्ष स्थान पर काबिज था। मेजबान जापान ने अब तक 8 स्वर्ण पदक, 2 रजत पदक और 3 कांस्य पदक जीते हैं। वहीं अमेरिका ने 7 स्वर्ण, 3 रजत पदक और 4 कांस्य पदक जीते हैं। चीन इस वक्त तीसरे स्थान पर है और उसने 6 स्वर्ण 5 रजत और 7 कांस्य पदक जीते हैं।