भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किलो) ओलंपिक खेलों में पदार्पण के साथ ही प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी से हारकर बाहर हो गई। चौथी वरीयता प्राप्त सिमरनजीत को 0-5 से पराजय का सामना करना पड़ा।
पहले दौर में प्रभावी प्रदर्शन करते हुए उसने प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाने की कोशिश की और अच्छे जवाबी हमले बोले। जजों ने हालांकि सर्वसम्मति से थाई मुक्केबाज के पक्ष में फैसला दिया जिससे दूसरे दौर में सिमरनजीत के प्रदर्शन पर असर पड़ा।
पहले कुछ सेकंड में अति आक्रामकता का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। इसके साथ ही उसने रक्षण में भी चूक की। तीसरे दौर में उसने बराबरी की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
थाई मुक्केबाज दो बार की विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता है और उसने 2018 एशियाई खेलों में भी रजत पदक जीता था।
बेटी की हार के बाद भावुक हुई मां
सिमरनजीत कौर की हार के बाद उनकी मां काफी भावुक नजर आई। उनकी मां राजपाल कौर ने कहा कि, हमें दुख है लेकिन जिंदगी में हार-जीत चलती रहती है। अब सिमरनजीत 2024 ओलंपिक में फिर से अपनी किस्मत आजमाएगी। हमें खुशी है कि मेरी बेटी ओलंपिक जैसे बड़े प्लेटफॉर्म पर खेली।
राजपाल कौर ने अपने बयान में यह भी बताया कि, ओलंपिक शुरू होने से ठीक पहले सिमरनजीत कोरोना से संक्रमित भी हुई थी। कोविड-19 होने के बाद भी उन्होंने बड़ी मजबूती के साथ खुद को टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयार किया।