टोक्यो: ईरान के 10 मीटर एयर पिस्टल के ओलंपिक चैंपियन जावेद फोरोगी खुद को देश का सैनिक बताते हैं क्योंकि कोविड-19 के दोरान जब अन्य निशानेबाज ओलंपिक तैयारियों में जुटे थे तब वह अस्पताल में नर्स की अपनी भूमिका में व्यस्त थे।
फोरोगी 41 साल के हैं और उन्होंने शनिवार को 244.5 अंक के ओलंपिक रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। इस स्पर्धा में भारत के सौरभ चौधरी में उतरे थे लेकिन क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहने के बाद फाइनल में सातवें स्थान पर रहे थे।
फोरोगी ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैं पिस्टल और राइफल में ईरान का पहला चैंपियन हूं। ईरान ने इससे पहले कभी ओलंपिक में इनमें पदक नहीं जीता था यहां तक कि कांस्य पदक भी नहीं और मैंने स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैंने देश के सैनिक के तौर पर अच्छा काम किया।
फोरोगी ने कहा, मैं नर्स हूं और अस्पताल में काम करता हूं। विशेषकर कोविड महामारी के दौरान मैंने अस्पताल में काम किया। पिछले साल मैं भी संक्रमित हो गया था क्योंकि मैं अस्पताल में काम कर रहा था। बीमारी से उबरने के बाद मैंने अभ्यास शुरू किया था।