इम्फाल: टोक्यो ओलम्पिक में रजत पदक जीतकर इतिहास बनाने वाली मीराबाई चानू ने मणिपुर सरकार की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि ओलंपिक पदक जीतना ही उनका एकमात्र मिशन था। सभी के प्यार और स्नेह के कारण ही वह रजत पदक जीतने में सफल रहीं, इसलिए यह पदक सभी लोगों को समर्पित करती हूं। चानू ने अपने माता-पिता का धन्यवाद करते हुए अपने पहले कोचों महान भारोत्तोलक एन अनीता चानू और सनसाम ब्रोजेन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने 12 साल की छोटी उम्र में ही उनका मार्गदर्शन किया। वहीं उन्होंने हर कदम पर मदद करने के लिए मणिपुर ओलंपिक संघ का भी आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, “ 2016 में पिछले रियो ओलंपिक में हार के बाद मुझे बहुत सारी भद्दी टिप्पणियाें का सामना करना पड़ा था। रियो में मैं उस दबाव का सामना नहीं कर सकी थी, जिसकी मैंने बात की थी। एक मिशन के रूप में मैंने अन्य सभी गतिविधियों का त्याग करते हुए अपने अगले पूरे पांच साल अभ्यास में समर्पित करने का फैसला किया। मैं पूरी तरह से प्रशिक्षण पर केंद्रित थी और इस दौरान मुझे अधिक भार उठाने के कारण पीठ और हाथ की चोटों से उबरना पड़ा। ओलंपिक से पहले अमेरिका में इलाज और प्रशिक्षण से मुझे मदद मिली। अमेरिका में अभ्यास करने में समर्थ होने के लिए प्रधानमंत्री और खेल मंत्री का आभार व्यक्त करती हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का सीधा फोन आना किसी सपने जैसा था। ”
इस मौके पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने चानू को रजत पदक जीतने के लिए एक करोड़ रुपए सहित क्लीन एंड जर्क में विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए अतिरिक्त 10 लाख रुपए सौंपने के साथ-साथ मणिपुर पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खेल) के लिए नियुक्ति पत्र की कॉपी उन्हें सौंपी। इसके बाद मुख्यमंत्री उन्हें इम्फाल में अपने नए कार्यालय परिसर में ले गए और सभी ओलंपियनों के लिए कोरोना महामारी का प्रकोप थमने के बाद एक भव्य समारोह के आयोजन का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ मैं मैरी कॉम से एक अच्छी खबर की प्रतीक्षा कर रहा हूं। देश उनके स्वर्ण पदक जीतने के लिए प्रार्थना कर रहा है। नई प्रतिभाओं की मदद के लिए मणिपुर ओलंपिक संघ के संबद्ध खेल निकायों को हर साल कुछ लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। मीराबाई का अमेरिका में उपचार और अभ्यास महत्वपूर्ण था और अगर मणिपुर में सच में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय बन जाता है तो हमें प्रशिक्षण के लिए दूसरे देशों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। ”
राज्य के खेल मंत्री लेटपाओ हाओकिप ने कहा कि मीराबाई ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। हमारे पास कई और खिलाड़ी होंगे, क्योंकि देश और राज्य में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं। मणिपुर ओलंपिक संघ के अध्यक्ष राधेश्याम ने कहा कि यह पूरे देश के लिए एक गर्व का क्षण है। उन्होंने मीराबाई से अगले ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपनी कड़ी मेहनत जारी रखने का आग्रह किया, क्योंकि वह अभी भी युवा हैं।
भारोत्तोलक मीराबाई चानू का इससे पहले अपनी गृहराज्य मणिपुर के बीर टिकेन्द्रजीत अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जबरदस्त स्वागत किया गया जबकि मीराबाई इस दौरान अपनी मां से मिलकर फूट-फूट कर रो पड़ीं।राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने मीराबाई का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के बाद उनका अभिनन्दन किया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय की तरह यहाँ भी हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों और अपनी नायिका की एक झलक पाने के लिए खेल प्रेमियों की भारी भीड़ थी।
चानू ने गत शनिवार को महिला 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर नया इतिहास बनाया था। मीराबाई अपनी मां सैखोम ओंगबी तोम्बी लीमा और पिता सैखोम कृति मतई से गले लगकर फूट-फूट कर रो पड़ीं । सुरक्षा गार्डों ने उनके चारों तरफ एक सुरक्षा घेरा बनाया था।हवाई अड्डे से वह मणिपुर सरकार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में हिस्सा लेने पहुंचीं जिसे मुख्यमंत्री की तरफ से आयोजित किया गया।
खेल प्रबंधन समूह आईओएस ने मीराबाई चानू को सौंपा 50 लाख रुपए का चेक
आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट ने टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू का स्वागत करते हुए सम्मान के तौर पर उन्हें 50 लाख रुपए का चेक सौंपा है।आईओसी ने चानू की मार्केटिंग एजेंसी के रूप में उन्हें उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि पर 50 लाख का चेक भेंट किया। आईओएस ने चानू के लिए 10 करोड़ के वाणिज्यिक सौदे करने के लिए भी प्रतिबद्ध होने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि आईओएस के साथ चानू की यात्रा 2019 में शुरू हुई थी, जिसमें उन्हें एडिडास और मोबिल ऑयल जैसे ब्रांडों के साथ प्रमुख सहयोग प्राप्त हुआ।
इस पर चानू ने कहा, “ आईओएस के साथ यह एक शानदार यात्रा रही है। मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद और मैं इस रिश्ते में आने वाले लंबे और कामयाब दिनों के लिए आश्वस्त हूं। ”आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के सीईओ और प्रबंध निदेशक नीरव तोमर ने कहा, “ यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में अपने प्रदर्शन से हमारे देश को गौरवान्वित किया है। हम पिछले 15 वर्षों से अपने देश की महान प्रतिभाओं का प्रबंधन कर रहे हैं और मुझे खुशी है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए काम कर रहे हैं। ”
आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के खेल प्रतिभा एवं जनसंपर्क विभाग के उपाध्यक्ष राहुल त्रेहन ने कहा, “ मीराबाई की यात्रा पूरे देश के लिए काफी प्रेरणादायक रही है और प्रतिभा अधिग्रहण प्रमुख के रूप में मैं उनकी यात्रा का हिस्सा बनकर खुश हूं और भविष्य में उनकी और सफलता की कामना करता हूं। ”(वार्ता)