नई दिल्ली। प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ओलंपिक की भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा द्वारा स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया गया है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नीरज ने आज जो उपलब्धि प्राप्त की है, उसे सदैव याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नीरज को कहा कि 'पानीपत ने पानी दिखा दिया।'
उल्लेखनीय है कि चोपड़ा शनिवार को दूसरे भारतीय बने जिन्होंने ओलंपिक में व्यक्तिगत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। उन्होंने भाला फेंक प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता।
मोदी ने ट्वीट किया कि टोक्यो में इतिहास रचा गया है। नीरज चोपड़ा ने जो उपलब्धि आज प्राप्त की है, वह सदैव याद की जाएगी। युवा नीरज ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे (चोपड़ा) उल्लेखनीय जोश के साथ खेले और बेजोड़ साहस दिखाया। स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई।
हरियाणा स्थित पानीपत जिले के खांदर गांव के रहने वाले चोपड़ा ने दूसरी कोशिश में 87.58 मीटर दूर भाला फेंक यह उपलब्धि हासिल की और ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक पदक जीतने के भारत की करीब 100 साल से जारी प्रतीक्षा को समाप्त किया।
भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अब तक 7 पदक जीते हैं, जिनमें चोपड़ा एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता हैं। इसके साथ ही वे व्यक्तिगत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव ब्रिंदा (वर्ष 2008 बीजिंग ओलंपिक) के क्लब में शामिल हो गए।
प्रधानमंत्री ने कहा- 15 अगस्त को मिलूंगा : पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने चोटों और ब्रेक को अपने प्रदर्शन में बाधा नहीं बनने दिया। मोदी ने भारतीय सेना से जुड़े इस युवा एथलीट से फोन पर कहा कि नीरज आपको बहुत बहुत बधाई।
आपने ओलंपिक में हमारी प्रतिस्पर्धाओं के अंतिम दिन देश को खुश कर दिया। चोपड़ा ने इसका जवाब दिया कि मैं अच्छा करना चाहता था, स्वर्ण पदक जीतना बहुत बड़ी बात है। मुझे काफी लोगों का सहयोग और शुभकामनायें मिलीं। प्रधानमंत्री ने फिर मजाक में उनके गृहनगर पानीपत का जिक्र करते हुए कहा कि पानीपत ने पानी दिखा दिया।
उन्होंने कहा कि आपको एक साल ज्यादा मेहनत करनी पड़ी क्योंकि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण ओलंपिक में देरी हुई। आप कंधे की चोट (2019) से भी जूझते रहे। इन सभी बाधाओं के बावजूद आपने कमाल कर दिया, यह सिर्फ कड़ी मेहनत के कारण हुआ। चोपड़ा ने स्वीकार किया कि उनके लिए यह काम आसान नहीं था। उन्होंने कहा कि 'बहुत मुश्किल था सर।'
मोदी ने चोपड़ा के आत्मविश्वास के बारे में भी बात की जिसे ओलंपिक फाइनल्स के दौरान सभी ने देखा लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने खेलों से पहले इसे देख लिया था। उन्होंने कहा कि जिस दिन मैंने आपसे बात की, उस दिन ही मैंने आपके चेहरे का आत्मविश्वास देख लिया था।
चैम्पियन ने कहा कि 'मैं सिर्फ अपना शत प्रतिशत देना चाहता था।' मोदी ने चोपड़ा से कहा कि उन्होंने अपनी उपलब्धि से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है। हमने उन खेलों में अच्छा प्रदर्शन दिखाया है जिनमें हम सामान्यत: अच्छे नहीं हैं। खेल देश के लिये बहुत जरूरी हैं। यह आपके परिवार के लिए गर्व का पल है। उन्होंने कहा कि मैं आपसे 15 अगस्त को मिलूंगा। बहुत बधाई।' भारत ने अपना ओलंपिक अभियान 7 पदक से समाप्त किया जिसमें नीरज के स्वर्ण के अलावा दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं।