टोक्यो:मैरी कॉम ने निराश किया, मनु भाकर ने निराश किया, दीपिका कुमारी ने निराश किया लेकिन जो महिला खिलाड़ी अब तक उम्मीदों पर खरी उतरी है और किसी भी मैच में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही वह है बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु।
शुरुआत से ही पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में अपना दबदबा बनाए रखा है। उन्होंने लीग मैच से ही बेहद एकतरफा तरीके से मुकाबले जीते हैं। सिर्फ आज ही जापान की अकाने यामागुची (जापान) के सामने दूसरा सेट ड्यूस पर गया जो उन्होंने 22-20 से जीत लिया।
हालांकि कल पीवी सिंधु के लिए इस ओलंपिक का सबसे बड़ा मुकाबला होने वाला है। कल पीवी सिंधु को सेमीफाइनल में चीनी ताइपे ताई जू इंग से दो दो हाथ करने पड़ेगे जो विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में इस वक्त शीर्ष पर काबिज है। यह मैच दोपहर 3.20 मिनट पर शुरु होगा।
सिंधु अगर यह मैच जीत जाती है तो फिर वह रियो ओलंपिक्स की तरह फाइनल में पहुंच जाएंगी और एक पदक सुनिश्चित कर लेंगी। लेकिन अगर कल हार गई तो उन्हें ब्रोन्ज मेडल मैच में हे बिंग जियो बनाम चेन यूफोई के विजेता के साथ (चीनी जनवादी गणराज्य) मुकाबला करना पड़ेगा।
कुल मैचों में अब तक ताई जू इंग पीवी सिंधु पर भारी पड़ी है। उन्होंने 13 मैचों में जीत अर्जित की है वहीं पीवी सिंधु सिर्फ 5 मैच जीत पायी है। लेकिन एक बात जो पीवी सिंधु के पक्ष में जाती है वह यह कि रियो ओलंपिक्स में सिंधु ने ताई जू इंग को 13-21, 15-21 के सीधे सेटों में मात दी थी।
स्पेन की कैरोलीना मरीन भले ही इस ओलंपिक में ना हो लेकिन कल सिंधू के सामने इस ओलंपिक की सबसे बड़ी खिलाड़ी सामने होगी। अगर कल सिंधू यह मैच जीत जाती है तो फाइनल में भी उनके जीतने के अच्छे खासे आसार होंगे।
सिंधु ने अपने कोच और साथी खिलाड़ी साई प्रणीत के साथ अपने डिफेंस पर काफी काम किया है। जिसका नतीजा मैचों में भी दिखा है। कही कहीं सिंधु जल्दबाजी करते हुए दिखती जिससे कल उनको बचना होगा।
टोक्यो में अब तक कैसा रहा है सिंधू का सफर
पीवी सिंधू ने टोक्यो ओलंपिक के पहले मैच में 58वीं रैंकिंग वाली इसराइली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 21-7, 21-10 से 28 मिनट में मुकाबला जीता। इसके बाद सिंधु ने दुनिया की 34वें नंबर की खिलाड़ी चियुंग को 35 मिनट चले मुकाबले में 21-9 21-16 से हराकर ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया।
सिंधु ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 41 मिनट चले मुकाबले में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को 21-15, 21-13 से हराया। वहीं क्वार्टरफाइनल में अकाने यामागुची (जापान) को 21-13, 22-20 से पराजित करके सेमीफाइनल में पहुंची।(वेबदुनिया डेस्क)