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दक्षिण पूर्व एशिया: AI के प्रयोग से संगठित अपराध हो रहा आसान

हमें फॉलो करें दक्षिण पूर्व एशिया: AI के प्रयोग से संगठित अपराध हो रहा आसान

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, मंगलवार, 16 जुलाई 2024 (12:08 IST)
दक्षिण पूर्व एशिया में पार देशीय आपराधिक गुट, ‘आपराधिक सेवाएं प्रदाता’ के रूप में तब्दील हो रहे हैं और वो अनेक अवैध गतिविधियों की बिक्री कर रहे हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के प्रयोग ने उनका काम और भी आसान व लोगों के लिए ख़तरनाक बना दिया है।

मादक पदार्थों एवं अपराध की रोकथाम पर यूएन कार्यालय (UNODC) का कहना है कि कोविड ​​​​-19 महामारी के बाद फ़िलिपीन्स सहित दक्षिण पूर्व एशिया में धोखाधड़ी अभियानों का प्रसार हुआ है जिन्हें scam farms के नाम से भी जाना जाता है. फ़िलिपीन्स में ये आपराधिक गुट, वैध जुआ व्यवसाय चलाने के साथ, अवैध अभियान चला रहे हैं। UNODC इस क्षेत्र के देशोंको अपराधी नैटवर्क के प्रभाव का मुक़ाबला करने में निकट सहयोग करने के लिए, समर्थन व सहायता दे रहा है।

UNODC के उप क्षेत्रीय प्रतिनिधि बैनेडिक्ट हॉफ़मैन ने मार्च (2024) में फ़िलिपीन्स में धोखाधड़ी के एक ऐसे अड्डे का दौरा किया था जिस पर छापा मारा गया था। बैनेडिक्ट हॉफ़मैन यूएन न्यूज़ के डेनियल डिकिंसन को एक दौरे पर ले गए।

बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: यहां फ़िलिपीन्स के उत्तरी इलाक़े में जो कि राजधानी मनीला से कुछ ही घंटों की दूरी पर है, एक ऐसे धोखाधड़ी अड्डा मौजूद है। इसी तरह के धोखाधड़ी अड्डे, देश के अनेक हिस्सों में और पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में मौजूद है। यहां ऐसी इमारतें मौजूद हैं जहां लोग काम करते हैं, कैफ़ेटेरिया में खाना कहते हैं और रैनबसेरे में सोते हैं।

इस धोखाधड़ी अड्डे के बीचोंबीच इमारत स्थित है, जिसमें जुआ खेला था, जो सरकार के साथ पंजीकृत है और उसका नियमित निरीक्षण भी किया जाता है। लेकिन उस निरीक्षक, ख़ासतौर से दस्तावेज़ों में जो नज़र नहीं आता, वो हैं जुआघर वाली इस इमारत में छुपी हुई कुछ अन्य इमारतें। ऐसी ही एक इमारत मैंने देखी जिसमें कम्प्यूटर और वर्क स्टेशन बने हुए हैं, जिसमें अतीत में वियतनामी कामगार धोखाधड़ी के ऐसे अड्डे चलाते थे, जो वियतनामी बाज़ार को निशाना बनाते थे।

UNODC के प्रतिनिधि बैनेडिक्ट हॉफ़मैन ने बताया कि धोखाधड़ी अड्डों के परिसर में एक छोटी सी दुनिया बसी हुई होती है और लोग महीनों तक बाहर नहीं जाते हैं। यहां एक अन्य इमारत में चीनी भाषा बोलने वाले श्रमिक काम करते थे, जो चीनी बाज़ार को निशाना बनाकर धोखाधड़ी करते थे। यहां कुछ ऐसे घर भी हैं जिनमें इस परिसर को नियंत्रित करने वाले मालिक लोग काम करते हैं और अपने परिवारों के साथ आनन्ददायक गतिविधियों में भी शिरकत करते हैं।

यूएन न्यूज़: क्या आपने आज कुछ ऐसा देखा जो आपको आश्चर्यचकित कर गया हो?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: इस परिसर का आकार और उसकी उच्च तकनीकी व्यवस्था हैरानी की बात है। यह परिसर एक स्थापित टैक कम्पपनी जैसा दिखता है। मार्च में जब इस परिसर पर छापा मारा गया था, तब यहां लगभग 700 लोग पाए गए थे, जोकि हमारी जानकारी में अन्य परिसरों से कम है। यहां अपनी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ काम करने वाले लोगों और उनके मालिकों के जीवन के महंगे व विलासितापूर्ण रहन-सहन और समृद्धि में व्यापक अन्तर भी हैरानी की एक बात है।

यूएन न्यूज़: यहां काम करने वाले लोगों को कितनी स्वतंत्रता है?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: यहां काम करने वाले लोग बाहरी दुनिया से पूरी तरह कटे हुए हैं। यहां उनकी सभी दैनिक ज़रूरतें पूरी की जाती है। यहां भोजनालय, रैनबसेरा, नाई की दुकान और गाने गाने के स्थान (karaoke bar) भी है। यहां रहने वाले लोगो, महीनों तक बाहर नहीं जाते हैं।

इस जगह से बचाए गए लोगों ने बताया की वे चाहकर भी अपनी मर्ज़ी से बहार नहीं जा सकते थे। इनमे से कुछ लोगों को वहां से निकलने के प्रयास करने के लिए प्रताड़ित किया गया था और उन्हें रोज़ाना हिंसा का सामना करना पड़ता था। इन लोगों को धोखाधड़ी के ज़रिए धन जुटाने के निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं होने पर अकल्पनी स्तर की गम्भीर यातनाएं झेलनी पड़ती थीं। भुक्तभोगी कई प्रकार के हैं। वे लोग जिनके साथ दुनिया भर में धोखाधड़ी की जाती है और वे भी, जिन्हे यहां पर अपनी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ क़ैदी बनाकर हिंसा का शिकार बनाया जाता है।

यूएन न्यूज़: इन बड़े अभियानों के पीछे कौन है?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: दक्षिण पूर्व एशिया वैश्विक धोखाधड़ी उद्योग का केन्द्र है। यहां के संगठित अपराध समूह इन अभियानों को संचालित करके सबसे अधिक लाभ लेते हैं। वे विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव रखने वाले लोगों के साथ मिलकर काम करते हैं। उदाहर्ण के लिए म्यांमार के मेकोंग इलाक़े में या फिर वो स्थानी शक्ति ढांचे के साथ भी मिलकर काम करते हैं।

यूएन न्यूज़: यहां कौन-कौन से अपराध हो रहे हैं?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: मेकोंग क्षेत्र अधिक स्थापित धोखाधड़ी के अनेक अड्डे, थाईलैंड, लाओस और म्यांमार से मिलने वाली सीमा के इलाक़े में स्थिति हैं। उन्होंने जुआघरों के रूप में शुरुआत की थी, जो मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधी गतिविधियों से प्राप्त धन का हवाला किए जाने सम्बन्धी गतिविधियों में संलिप्त थे। लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान इन जुआघरों ने अपने व्यापार मॉडल में बदलाव किया और ऑनलाइन धोखाधड़ी वसाइबर धोखाधड़ी की दुनिया में क़दम रखा। इन धोखाधड़ी अड्डों में जो कामगार, अच्छे नतीजे नहीं देते हैं या बाहर निकल जाने की कोशिश करते हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।

ये लोग साइबर अपराध, घोटाले, हवाला सेवाएं, डेटा संचयन और दुष्प्रचार करके आपराधिक सेवाओं के प्रदाता बन रहे हैं। जैनरेटिव कृत्रिम बुद्धिमता (Generative AI) नई तकनीकों के तेज़ी से विकास के कारण इन धोखाधड़ी अड्डों का काम और भी आसान हो गया है।

यूएन न्यूज़: अभी जो कुछ हो रहा है और भविष्य में जो कुछ हो सकता है, इसके बारे में हमें कितना चिन्तित होना चाहिए?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: ये धोखाधड़ी अड्डे इस रूप में नवाचार के केन्द्र हैं क्योंकि वे अर्थव्यवस्था के अन्य हिस्सों की तुलना में बहुत आगे हैं, और यह स्थिति भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

एआई के उपयोग से इन अड्डों का दायरा और कार्यक्षमता बढ़ जाते है। अब आपको धोखाधड़ी करने के लिए हज़ारों लोगों की ज़रूरत नहीं है; बस अच्छी तरह से प्रोग्राम किया गया एक ऐप्लिकेशन ही काफ़ी है। यह भविष्य के लिए एक बड़ी चिन्ता का विषय है क्योंकि इसका सम्भावित रूप से दुनिया भर के लोगों पर गम्भीर प्रभाव पड़ सकता है।

यूएन न्यूज़: देशों का इस पर क्या रुख़ है?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: जिस गति से इन प्रौद्योगिकियों का विकास हो रहा है और जितनी तेज़ी से संगठित अपराध नैटवर्क इन प्रौद्योगिकियों को अपना रहे हैं, और इस समस्या का सामना करने में देशों की प्रतिक्रिया की रफ़्तार के दरम्यान, एक खाई है। इस क्षेत्रीय समस्या का असर विश्व भर में हो रहा है। ये धोखाधड़ी ऑपरेशन अब भी मुख्य रूप से इस क्षेत्र तक सीमित हैं, हालांकि कुछ छोटे अभियान दक्षिण अमेरिका और अफ़्रीका में भी पाए गए हैं। यह एक अत्यन्त जटिल मुद्दा है। कोई देश अकेले इसे हल नहीं कर सकता, क्योंकि इन अभियानों को अगर किसी एक देश में ख़त्म कर भी दिया जाए तो वो ऐसे देश में चले जाते हैं जहां दबाव कम होता है।

जिन कामगारों ने इन धोखाधड़ी अड्डों के नियम तोड़े उन पर या तो जुर्माना लगाया गया या उन्हें प्रताड़ित किया गया। इसलिए, एक पूरी क्षेत्रीय प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। UNODC इस प्रयास में सहायता कर सकता है। हम देशों को एक साथ ला सकते हैं और संगठित अपराध से लड़ने के लिए प्राथमिकताएं और रणनीतियों पर सहमति बनाने में उनकी मदद कर सकते हैं।

यूएन न्यूज़: ऐसा करने के लिए कितनी राजनैतिक इच्छाशक्ति मौजूद है?
बैनेडिक्ट हॉफ़मैन: फ़िलहाल, हम इस मुद्दे को पर ध्यान देने के लिए क्षेत्र में सहयोग के लिए एक मज़बूत पहल देख रहे हैं। फ़िलिपीन्स, मेकोंग क्षेत्र के देश और चीन मिलकर संयुक्त अभियानों का संचालन कर रहे हैं, प्राथमिकताओं पर चर्चा कर रहे हैं और जानकारी का आदान-प्रदान कर रहे हैं।

इसके साथ ही, हम अब भी इन समस्याओं के लिए अधिक गणनात्मक, सर्वव्यापी दृष्टिकोण के बजाय क़ानून प्रवर्तन पर केन्द्रित दृष्टिकोण देख रहे हैं। इस क्षेत्र के देश जितना अधिक मिलकर काम करेंगे, विशेषज्ञता और जानकारी साझा करेंगे, और UNODC सहित, दुनिया के अन्य हिस्सों के देशों और संगठनों से समर्थन प्राप्त करेंगे, उतना ही बेहतर वे इस मुद्दे से निपटने के लिए तैयार हो पाएंगे। इस मुद्दे को लेकर आगे बढ़ना बेहद कठिन है। हम इस बात को लेकर कोई भ्रम नहीं रखते कि इसमें बहुत लम्बा समय लगेगा, जबकि हमारे पास इस तकनीकी परिवर्तन के साथ क़दम मिलाकर चलने जितना समय नहीं है।

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