आम बजट 2018-19 की झलकियां...
जेटली ने 1 घंटे 50 मिनट में पूरा किया बजट भाषण, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2018-19 के बजट को गरीब और आम लोगों को समर्पित बताते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को अपना बजट भाषण करीब 1 घंटे 50 मिनट में पूरा किया। बजट भाषण समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें उनके पास जाकर बधाई दी।
जेटली को मंत्रिमंडल के सहयोगियों सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी आदि ने भी बधाई दी। बीजद से निलंबित सांसद बैजयंत पांडा को भी जेटली के पास आकर बधाई देते देखा गया। पांडा ने प्रधानमंत्री से भी कुछ बात की। कांग्रेस सदस्य कमलनाथ को भी जेटली से बात करते देखा गया।
भाजपा के साथ रिश्तों में तल्खी के दौर से गुजर रही शिवसेना के सदस्य चन्द्रकांत खैरे ने भी जेटली के पास जाकर उन्हें बधाई दी। बजट पेश किए जाने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को कई बार मेज थपथपाकर स्वागत करते देखा गया। भाजपा एवं राजग सदस्यों को भी इसका अनुकरण करते देखा गया।
मोदी ने बजट भाषण के दौरान बार-बार मेज थपथपाई और वित्तमंत्री को प्रोत्साहित किया। जेटली ने प्रारंभ में करीब 20 मिनट खड़े होकर भाषण पढ़ा और इसके बाद उन्होंने बैठकर भाषण पढ़ा। अंत में उन्होंने एक बार फिर खड़े होकर बजट भाषण पूरा किया।
जब वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गरीब महिलाओं को रसोई गैस उपलब्ध कराने से जुड़ी उज्ज्वला योजना का जिक्र किया तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेज थपथपाकर जोरदार ढंग से इसका स्वागत किया। जेटली ने जब राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के दायरे में 10 करोड़ गरीब एवं वंचित वर्ग के लोगों को लाने का जिक्र किया तब प्रधानमंत्री समेत समूचे सत्ता पक्ष ने इसका जोरदार स्वागत किया।
बजट भाषण के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बगल में बैठे ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमल नाथ से कई बार बातें करते देखा गया। राहुल सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद आए थे। बजट भाषण के दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, सपा नेता मुलायम सिंह यादव आदि मौजूद थे।
अरुण जेटली गुरुवार को कुर्ता-पायजामा और नेहरू जैकेट पहले हुए थे। बजट भाषण के दौरान स्पीकर दीर्घा में जेटली की पत्नी संगीता और पुत्र रोहन मौजूद थे। दीर्घा में राज्यसभा के कई सदस्य भी मौजूद थे जिनमें राजीव चन्द्रशेखर, माजिद मेनन, नरेश गुजराल, स्वप्न दासगुप्ता, डी. राजा, विनय सहस्त्रबुद्धे, पी. नाथवानी आदि शामिल हैं।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जेटली को बधाई दी। बजट भाषण के दौरान सत्ता पक्ष की सीटें लगभग भरी हुई थीं हालांकि विपक्ष की कुछ सीटें खाली थीं। बजट भाषण में कई योजनाओं के 2022 में पूरा होने का उल्लेख किए जाने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को आपत्ति व्यक्त करते देखा गया। खड़गे कह रहे थे कि आप 2018 का बजट पेश कर रहे हैं कि 4 वर्ष बाद का। जेटली ने हालांकि इसे नजरंदाज कर अपना बजट भाषण जारी रखा।
जब जेटली लघु, सूक्ष्म, मध्यम उद्यम को राहत की घोषणा कर रहे थे तब विपक्ष के कुछ सदस्य कुछ कहना चाह रहे थे। इस पर जेटली ने कहा कि अध्यक्षजी, क्या इन्हें एमएसएमई सेक्टर को छूट पर आपत्ति है? बजट भाषण के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा भी सदन में मौजूद थे। वे मोदी सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं। (भाषा)