नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण भीषण नुकसान का सामना कर रही रेलवे को उबारने के प्रयास के तहत सरकार ने रिकॉर्ड एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि आवंटित की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने संसद में सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए कहा कि रेलवे के लिए रिकॉर्ड एक लाख 10 हजार 55 करोड़ रुपए आवंटन का प्रस्ताव है, जिसमें एक लाख 7 हजार 100 करोड़ रुपए केवल पूंजीगत व्यय के लिए प्रस्तावित है।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि भारतीय रेलवे के लिए राष्ट्रीय रेल योजना-2030 तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य 2030 तक भविष्य के लिए तैयार रेलवे तंत्र सृजित करना है।
उन्होंने कहा कि सरकार ग्रीन रेलवे परियोजना और रेलवे सुरक्षा कोष पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण के लिए 63 हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया है।
वित्तमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे के अलावा मेट्रो, सिटी बस सेवा को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके लिए 19 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। बजट प्रस्ताव में कोच्चि, बेंगलुरु, चेन्नई, नागपुर और नासिक में मेट्रो परियोजनाओं के विस्तार का ऐलान किया गया है।
श्रीमती सीतारमण ने 2021-22 में पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का सोननगर गोमो खंड (263.7) किमी पीपीपी मोड में शुरू किए जाने का प्रस्ताव किया है।
जानिए बजट में क्या है रेलवे के लिए खास...
-रेलवे के लिए 1,10,055 करोड़ का पैकेज।
-चेन्नई में मेट्रो परियोजना का फेज 2
-ईस्टर्न फ्रेट कोरिडोर 2022 तक बनेगा।
-नागपुर नासिक मेट्रो फेज 2 शुरू किया जाएगा।
-नई राष्ट्रीय रेल योजना 2030 तैयार।
-वेस्टर्न कोरिडोर 2022 तक पूरा होगा।