मेरठ। उत्तरप्रदेश के मेरठ में शनिवार को नौचंदी ग्राउंड में होने वाली AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवैसी की चुनावी सभा कैंसिल हो गई है। बीती देर रात तक पार्टी जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष ओवैसी की सभा की अनुमति के लिए नौचंदी थाने में चक्कर काटते रहे, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने अनुमति नहीं दी और नौचंदी ग्राउंड में होने वाली सभा को कैंसिल कर दिया।
लिहाजा शहर के प्रमुख नौचंदी मैदान में ओवैसी की जनसभा के लिए सजा मंच और तंबू उखड़ने शुरू हो गए हैं।
मेरठ में AIMIM के पदाधिकारियों का कहना है कि 7 दिन पहले अनुमति के लिए आवेदन कर दिया था। जिला पंचायत दफ्तर में कार्यक्रम के लिए 10 हजार रुपए जमा कर दिए, लेकिन जिला पंचायत ने कहा कि परमिशन नगर निगम से मिलेगी। नगर निगम और जिला पंचायत की मिली भगत के चलते अंतिम समय में परमिशन न होने की बात कहीं गई।
ओवैसी की जनसभा की तैयारी होने पूर्ण होने के बाद देर रात में पुलिस ने जनसभा की अनुमति न होने का हवाला देते हुए कार्यक्रम रद्द कर दिया। सभा की अनुमति न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने इसे प्रशासन की साजिश बताया है।
महानगर अध्यक्ष नौशाद का कहना है कि सभा कैंसिल होने के बाद ओवैसी मेरठ आएंगे और सड़क पर पैदल मार्च करते हुए लोगों से मुलाकात करेंगे। लगभग 7 दिन पहले ही मेरठ की शहर विधानसभा क्षेत्र में ओवैसी का 13 नवंबर को मेरठ आना तय हो गया था।
वेस्ट यूपी के 3 जिलों में ओवैसी को जनसभाएं करनी है, इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में होर्डिंग, बैनर भी लगा दिए थे कि 13 नवम्बर को नौचंदी ग्राउंड में ओवैसी गरजेंगे। वहीं पदाधिकारियों का कहना है कि दूसरे राजनीतिक दलों के दबाव में हमारे अध्यक्ष और हैदराबाद के सासंद असदुद्दीन ओवैसी को सभा करने से रोका जा रहा है। हालांकि देर रात के हंगामे के बाद नौचंदी ग्राउंड में पुलिस तैनात कर दी गई है।
AIMIM के पदाधिकारियों ने जनसभा के लिए रायल गार्डन का रूख किया, लेकिन वहां भी जनसभा की बात बनती नजर नहीं आ रही है। विगत 2017 में भी इसी ग्राउंड में ओवैसी ने अपनी जनसभा की थी। लेकिन प्रशासन ने इस बार उन्हें जनसभा की अनुमति न देकर एक नये विवाद को जन्म दे दिया है।