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100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी राजाभैया की जनसत्ता पार्टी, जनसेवा संकल्प यात्रा के जरिए टटोल रहे हैं मतदाताओं का मन

हमें फॉलो करें 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी राजाभैया की जनसत्ता पार्टी, जनसेवा संकल्प यात्रा के जरिए टटोल रहे हैं मतदाताओं का मन

अवनीश कुमार

, गुरुवार, 30 सितम्बर 2021 (21:30 IST)
कानपुर। जनसत्ता पार्टी की जनसेवा संकल्प यात्रा को लेकर लखनऊ से झांसी जा रहे जनसत्ता पार्टी के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का काफिला कानपुर देहात में भोगनीपुर के कस्बा पुखरायां में आज देर शाम पहुंचा। जहां पर जनसत्ता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फूलों की बारिश कर पार्टी अध्यक्ष राजा भैया का स्वागत किया।

इस दौरान उन्होंने अपने मित्र कस्बे के ठाकुर ओमपाल सिंह जो मार्ग दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे का हालचाल जाना और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही उन्होंने  पार्टी कार्यकर्ताओं के हालचाल जाने और 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी चर्चा भी की।

2022 में उतारेंगे प्रत्याशी : कानपुर देहात पहुंचे राजा भैया ने इस दौरान बातचीत करते हुए कहा कि आज मैं लखनऊ से चलकर झांसी जनसेवा संकल्प यात्रा लेकर जा रहा हूं। इस संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों से मुलाकात करना है।
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इस दौरान पार्टी की नीतियों से सभी को अवगत कराना है, ताकि पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा था साल 2022 में जनसत्ता पार्टी चुनावी मैदान में उतरेगी। प्रदेश में लगभग 100 सीटों पर पार्टी की तरफ से प्रत्याशी मैदान में उतारे जाएंगे।

सरकार की इच्छाशक्ति पर निर्भर कानून व्यवस्था : कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था सरकार की इच्छाशक्ति पर निर्भर करती है। कुछ घटनाएं ऐसी हो जाती हैं, जिन्हें नहीं होना चाहिए।इसलिए सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

मनीष गुप्ता मामले में हो सख्त कार्रवाई : कानपुर देहात पहुंचे राजा भैया ने इस दौरान बातचीत करते हुए गोरखपुर में हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर कहा कि मनीष हत्याकांड बेहद दुखद है और एक परिवार का सबकुछ छीन लिया गया है।

इसलिए मेरी सरकार से मांग है कि मनीष गुप्ता की हत्या में जो पुलिस वाले दोषी हों, उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कार्रवाई इतनी कठोर होनी चाहिए कि भविष्य में कोई भी इस तरह का जघन्य अपराध करने के बारे में सोच भी न सके।

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