पीएम ने कहा कि जो लोग तुष्टिकरण की राजनीति में यूपी के त्योहार रोकते थे, यूपी की जनता उन्हें 10 मार्च को जवाब देगी। प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद ब्लास्ट केस का जिक्र करते हुए समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि अनेक आतंकियों को फांसी की सजा मिली है।
आज मैं इसका जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि कुछ राजनीतिक दल ऐसे ही आतंकियों के प्रति राजनीतिक दल मेहरबान रहे हैं। ये देश की सुरक्षा के लिए बहुत खतरे की बात है।
पीएम ने आरोप लगाया कि 2006 में काशी में बम धमाका हुआ था। संकट मोचन मंदिर में भी धमाका किया गया था। वहां के कैंट रेलवे स्टेशन पर भी हमला किया गया था। जब 2013 में समाजवादी पार्टी की सरकार फिर से सत्ता में आई, तो इन लोगों ने शमीम अहमद नाम के आरोपी पर चल रहे मुकदमों को वापस लेने का फैसला ले लिया था।
पीएम मोदी ने सपा पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, ये घोर परिवार वादी बिजली नहीं, झटका देने के लिए तैयार हैं। काले कारनामे वाले प्रदेश को कभी उजाला नहीं दे सकते हैं। डबल इंजन की सरकार ने इनके धंधों का शटर गिरा दिया है। अब दबंगई और कब्जे का खेल यूपी में खत्म हो चुकी है। अपराधियों को इन घोर परिवादियों की सरकार का पूरा संरक्षण था।
पीएम ने कहा कि 2007 में लखनऊ, अयोध्या के कोर्ट परिसर में बम धमाके हुए थे। 2013 में समाजवादी सरकार ने तारिक काजमी नाम के आतंकी से मुकदमा वापस ले लिया था, लेकिन इस मामले में भी अदालत ने समाजवादी सरकार की साजिश नहीं चलने दी और उस आतंकी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पीएम ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि जब आतंकी हमला होता है, आतंकवाद बढ़ता है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान, गरीब को, मध्यम वर्ग को उठाना पड़ता है। जब आतंकी हमला होता है तो सामान्य मानवी की जिंदगी प्रभावित होती है, व्यापार प्रभावित होता है, पर्यटन ठप पड़ जाता है।