कानपुर। उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र के चुनावी पर्व पर रविवार सुबह से 59 सीटों के लिए मतदान चल रहा है। यूपी में जिन 59 सीटों पर मतदान चल रहा है, वहां तरह-तरह के रंग दिखाई दे रहे हैं। जगह-जगह चुनावी जीत के आंकड़े लगाते लोग गपशप में मशगूल दिखाई दे रहे हैं। लेकिन कानपुर की बिल्हौर विधानसभा सीट के लिए कसिगवां गांव ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है।
कसिगवां के ग्रामीणों ने गांव में विकास न होने के चलते मतदान का बहिष्कार करते हुए गांव में बैनर-पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। मतदान बूथों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अभी तक गांव के किसी एक भी व्यक्ति ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया है।
ग्रामीणों की मांग है कि गांव में पांडु नदी के ऊपर पुल निर्माण का निर्माण हो। गांव के लोग विगत कई वर्षों से पांडु नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे थे, किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि ने इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया।
आज इस लोकतांत्रिक चुनावी पर्व पर ग्रामीणों ने कमर कस ली है कि वह तब तक मतदान नहीं करेंगे, जब तक कि उन्हें पुल निर्माण का लिखित आदेश नहीं मिल जाता है। ग्रामीणों का आरोप यह भी है कि गांव में क्षेत्र के विधायक से ग्राम समाज में पानी की टंकी के लिए भी कई बार मांग की, लेकिन न तो टंकी ही बनी और न ही कोई ठोस आश्वासन मिला है।
हर बार चुनाव से पहले दलों के प्रत्याशी वोट मांगने आते हैं और जीत जाने पर विकास करवाने का आश्वासन देते हैं। जब प्रत्याशी जीत जाता है तो क्षेत्र की तरफ मुड़कर भी नहीं देखता। जिसके चलते गांव से जुड़ी अनेक परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है। कसिगवां में मतदान न होने की सूचना पर प्रशासन और राजनीतिक दलों के नेताओं ने गांव के लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें अभी तक सफलता नहीं मिली है।
ग्रामीणों का कहना है कि वह अब बहकावे में आने वाले नहीं हैं, यदि वोट चाहिए तो लिखित में दें कि पुल बनाने समेत गांव की अन्य समस्याओं का निराकरण जल्दी ही होगा। फिलहाल मतदान केन्द्रों पर तैनात चुनाव अधिकारी अपनी चुनावी दुकान सजाकर मतदाता का इंतजार कर रहे हैं।