वॉशिंगटन। जो बाइडेन की ताजपोशी से पहले निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने परिवार सहित व्हाइट हाउस को छोड़ दिया। ट्रंप फ्लोरिडा के लिए रवाना हो गए।
ट्रंप ने अपने आखिरी संबोधन में कहा कि किसी न किसी तरीके से हम वापस आएंगे। उन्होंने कहा कि जितनी मेहनत से हमने काम किया, उतनी मेहनत आप नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि नए रूप में फिर से मिलूंगा।
ट्रंप को गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया गया। ट्रंप ने कहा- हमने बहुत मेहनत से काम किया। आपका राष्ट्रपति बनना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। मैं हमेशा अमेरिकियों के लिए संघर्ष करता रहूंगा।
ट्रंप ने कहा- हमने अमेरिकी सेना को फिर से खड़ा किया। ट्रंप को वॉशिंगटन एयरपोर्ट पर तोपों से सलामी दी गई। ट्रंप ने अपने संबोधन में कोरोनावायरस को चीनी वायरस कहा। उन्होंने कहा- अमेरिका ने 9 महीने में वैक्सीन बनाई।
अंतिम बार राष्ट्रपति के तौर पर व्हाइट हाउस से विदा लेते हुए फ्लोरिडा स्थित अपने स्थायी आवास मार-आ-लागो एस्टेट के लिए विमान से रवाना हो गए। ट्रंप (74) ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे बाइडन के राष्ट्रपति और कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। ट्रंप से पूर्व एंड्रयू जॉनसन ने 1869 में नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया था। ट्रंप राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर मरीन वन से व्हाइट हाउस से विदा हुए।
रिपब्लिकन ट्रंप को दूसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में जीत नहीं मिली। इससे पहले 1992 में जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश भी दूसरी बार व्हाइट हाउस नहीं पहुंच पाए थे। ट्रंप, मेरीलैंड में ज्वाइंट बेस एंड्रयूज में विदाई समारोह की मेजबानी करेंगे।
इसके बाद एयर फोर्स वन विमान से पाम बीच पर स्थित अपने आवास के लिए रवाना होंगे। निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस, ट्रंप के विदाई समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। इसकी बजाए पेंस, बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे। राष्ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल के अंतिम घंटों में ट्रंप ने अपने पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन समेत 140 से अधिक लोगों को क्षमादान दिया।