शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, देश भर के केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों में शिक्षकों के 12,000 से अधिक पद रिक्त हैं। शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति में शिक्षकों के पदों में रिक्तियां विभिन्न कारणों से होती हैं, जिनमें नये केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय की स्थापना, सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र, पदोन्नति, स्थानांतरण, कर्मचारियों का अन्य विभागों में स्थानांतरण और विद्यालयों का उन्नयन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आज की तारीख तक देश भर में केंद्रीय विद्यालय संगठन में शिक्षकों के कुल 7,765 पद और नवोदय विद्यालय समिति में शिक्षकों के 4,323 पद रिक्त हैं।
मंत्री ने कहा कि इन रिक्तियों को भरना एक सतत प्रक्रिया है और संबंधित भर्ती नियमों के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। निर्बाध शिक्षण सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी अवधि के लिए संविदा शिक्षकों की नियुक्ति का प्रावधान है।
64.33 करोड़ हुई संख्या
सरकार ने गुरुवार को संसद में कहा कि देश में 2023-24 में रोजगार में लगे लोगों की संख्या बढ़कर 64.33 करोड़ हो गई जो 2017-18 में 47.5 करोड़ थी। श्रम एवं रोज़गार राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2023-24 में देश में रोजगार में लगे लोगों की संख्या बढ़कर 64.33 करोड़ हो गयी। इस बीच, श्रम मंत्रालय ने बुधवार को उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें आधिकारिक बेरोजगारी आंकड़ों की सटीकता पर संदेह जताया गया था।
मंत्रालय ने कहा कि आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) को भारत में रोजगार और बेरोजगारी के आंकड़ों के मजबूत स्रोत के रूप में विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त है। उसने कहा कि जनवरी, 2025 से, पीएलएफएस ने अपने मौजूदा वार्षिक और त्रैमासिक आंकड़ों के अलावा मासिक अनुमान तैयार करना शुरू कर दिया है, जिससे श्रम बाजार के रुझानों पर समय से और विस्तृत नज़र रखना संभव हो गया है। भाषा Edited by : Sudhir Sharma