नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने बुधवार को एलपीजी की दरों में प्रति सिलेंडर 10 रुपए की कटौती की घोषणा की। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम नरम पड़ने के बाद कंपनियों ने यह कदम उठाया है। इससे पहले पिछले महीने रसोई गैस के दाम में प्रति सिलेंडर 125 रुपए की वृद्धि हुई थी।
इंडिया ऑईल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने एक बयान में कहा कि सब्सिडी और बाजार मूल्य वाले 14.2 किलो एलपीजी सिलेंडर की लागत 1 अप्रैल 809 रुपए पड़ेगी। फिलहाल यह 819 रुपए है। परंपरा के अनुसार कीमत में कटौती की घोषणा उसी दिन होती है, जिस दिन से यह प्रभावी होती है। इसकी घोषणा पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले की गई है।
आईओसी ने कहा कि कच्चे तेल और पेट्रोलिम उत्पादों के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में नवंबर 2020 से चढ़ रहे हैं। भारत काफी हद तक कच्चे तेल के आयात पर निर्भर है और कीमतें बाजर से जुड़ी हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम में वृद्धि होने पर घरेलू बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ जाते हैं।
हालांकि यूरोप और एशिया में कोविड-19 के बढ़ते मामलों तथा टीके के अन्य प्रभाव को लेकर चिंता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के दाम मार्च 2021 के दूसरे पखवाड़े में नरम हुए हैं।
कंपनी ने कहा कि अत: इसके आधार पर तेल कंपनियों ने पिछले कुछ दिनों में दिल्ली बाजार में डीजल और पेट्रोल के बिक्री मूल्य में क्रमश: 60 पैसा प्रति लीटर और 61 पैसा प्रति लीटर की कमी की है। दूसरे बाजारों में भी इस दौरान कीमतों में कमी की गई है।
आईओसी के अनुसार एलपीजी ग्राहकों को राहत देने के लिए घरेलू एलीजी सिलेंडर की कीमत प्रति सिलेंडर 10 रुपए कम की गई है। इस कटौती के बाद 1 अप्रैल से एलपीजी सिलेंडर 809 रुपए मिलेगा जो फिलहाल 819 रुपए है।
तेल विपणन कंपनियों के कीमत संबंधित आंकड़े के अनुसार फरवरी से 14.2 किलो एलपीजी सिलेंडर की कीमत 125 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ी है। (भाषा)