Places Where Photography is Prohibited: कश्मीर में हुए पहलगाम हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस बात की छानबीन कर रही हैं कि आखिर दुश्मन के पास हमारी कोई संवेदनशील जानकारी कैसे पहुंची? इसी कड़ी में व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा पुलिस की गिरफ्त में हैं और खुफिया एजेंसियों के निशाने पर। एजेंसियों का दावा है कि ज्योति ने अपने वीडियो में कुछ खास और संवेदनशील इलाकों को दिखाया, जिसका इस्तेमाल बाद में जासूसी या देश विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। अगर आपको भी घूमने का शौक है और हर खूबसूरत लम्हे को कैमरे में कैद करना पसंद है, तो थोड़ा सावधान हो जाइए। आपकी एक छोटी सी गलती, यानी गलत जगह पर ली गई तस्वीर या वीडियो आपको सीधे जेल के चक्कर कटवा सकती है। आइये जानते हैं ट्रेवल के दौरान फोटोग्राफी में क्या सावधानियां हैं जरूरी।
क्या है 'सिक्योरिटी ब्रीच' और क्यों बचें इससे?
जब कोई ऐसा काम किया जाता है जो देश की सुरक्षा या जान-माल के लिए नुकसानदेह हो सकता है, उसे 'राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध' या 'सिक्योरिटी ब्रीच' कहा जाता है। भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील मानी जाती हैं और वहां फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी सख्त मना है। इन जगहों पर तस्वीरें लेना या वीडियो बनाना आपको सीधे कानून के शिकंजे में ला सकता है।
भारत में कहां-कहां फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी है बैन?
आइए जानते हैं भारत की उन महत्वपूर्ण जगहों के बारे में जहां फोटो या वीडियो बनाने की गलती आपको नहीं करनी चाहिए:
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सेना के कैंप और ऑपरेशन से जुड़े इलाके: सेना के कैंप, सैन्य छावनियां, या ऑपरेशन से जुड़े हुए स्थान बेहद संवेदनशील होते हैं। यहां तस्वीरें लेना सख्त मना है। इसमें आर्मी की ट्रेनिंग से जुड़ी गतिविधियां, नेवी के जहाज या एयरफोर्स के बेस भी शामिल हैं।
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हवाई अड्डे का रनवे और सुरक्षा क्षेत्र: भले ही हवाई अड्डे के अंदर फोटोग्राफी की अनुमति हो, लेकिन रनवे, नियंत्रण टावर या अन्य सुरक्षा-संवेदनशील क्षेत्रों में तस्वीरें या वीडियो लेना प्रतिबंधित होता है।
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न्यूक्लियर प्लांट या रिसर्च सेंटर: परमाणु ऊर्जा संयंत्र, अनुसंधान केंद्र या किसी भी तरह के वैज्ञानिक अनुसंधान से जुड़ी जगहों पर फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी पूरी तरह से वर्जित है। यहां से कोई भी जानकारी लीक होना देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
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कुछ खास मंदिर, राष्ट्रीय भवन या ऐतिहासिक स्मारक: भारत के कई प्राचीन और महत्वपूर्ण मंदिरों में फोटोग्राफी पूरी तरह से प्रतिबंधित होती है। इसी तरह कुछ सरकारी भवनों या राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों के अंदर या उनके विशेष सुरक्षा क्षेत्रों में भी तस्वीरें लेना मना होता है। अक्सर ऐसे स्थानों पर 'नो फोटोग्राफी' या 'फोटोग्राफी निषेध' के बोर्ड लगे होते हैं।
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पुलिस स्टेशन और कोर्ट परिसर के अंदर: कुछ पुलिस स्टेशन और कोर्ट परिसर के अंदर भी फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं होती, खासकर संवेदनशील मामलों या पूछताछ के दौरान।
उल्लंघन करने पर क्या हो सकती है सजा?
देश के संविधान में सुरक्षाबलों को यह अधिकार दिया गया है कि वे किसी भी क्षेत्र को फोटो या वीडियोग्राफी से निषेध घोषित कर सकते हैं। अगर किसी ने इन नियमों का उल्लंघन किया, तो उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसमें भारी जुर्माना, उपकरण जब्त करना और जेल की सजा भी शामिल है। यह भारतीय दंड संहिता (IPC) और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न कानूनों के तहत दंडनीय अपराध हो सकता है। इसलिए, अगली बार जब आप घूमने निकलें और अपना कैमरा या स्मार्टफोन उठाएं, तो एक बार आसपास के नियमों और निर्देशों को ज़रूर जांच लें। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है, और आपकी एक छोटी सी लापरवाही न केवल आपके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है। सुरक्षित रहें और जिम्मेदार नागरिक बनें!