Education News: यूपी बोर्ड की परीक्षा में बैठे एक ऐसे बुजुर्ग की कहानी भी सामने आई है जिन्होंने बोर्ड की 57 बार परीक्षा दी, कई बार असफल हुए लेकिन हार नहीं और अंतत: परीक्षा पास कर ही ली। 'न उम्र की सीमा हो, न जन्म का हो बंधन' यह गजल 77 साल के हुकुमदास वैष्णव के ऊपर सटीक बैठती है।
उन्होंने खुद को उम्र में न बांधकर बोर्ड परीक्षा पास करने का निश्चय कर लिया। इसके लिए उन्होंने लगातार 57 बार 10वीं की परीक्षा दी और वे सफल हुए। हैरान करने वाली बात यह है कि 56 बार फेल होने पर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने जज्बे को बरकरार रखा। मंगलवार को जब यूपी बोर्ड के 56 लाख स्टूडेंट्स का रिजल्ट जारी हुआ है तो 57 बार में परीक्षा पास करने वाले राजस्थान के जालोर के रहने वाले हुकुमदास वैष्णव की कहानी सामने आई।
10वीं में फेल होने का सिलसिला साल 1962 से शुरू हुआ, जब हुकुम सिंह पहली बार परीक्षा में फेल हुए थे। लगातार परीक्षा में फेल होने के कारण हुकुमदास के दोस्त उन्हें कभी भी 10वीं की परीक्षा पास नहीं कर पाने को लेकर ताने मारते थे। लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए साल 2011 में स्टेट ओपन में प्रवेश लिया। इसके बाद भी फेल होते रहे लेकिन साल 2019 में जाकर हुकुमदास ने अपने 56वीं कोशिश में 10वीं की परीक्षा पास कर ली।
Edited by: Ravindra Gupta